नाहन (एमबीएम न्यूज): शिमला-सिरमौर के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था की प्रतीक चूड़धार चोटी फरवरी महीने में कई फुट बर्फ से लकदक रहती थी। लेकिन इस बार चोटी पर अपेक्षाकृत 10 से 20 प्रतिशत ही बर्फ गिरी है। करीब दो दशक पहले तक 20 से 25 फुट तक भी बर्फ पड़ती थी। संभवत: यह पहला मौका होगा, जब फरवरी के महीने में भी ट्रेकर चोटी पर चढ़ सकते हैं।
तकरीबन 11 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित चोटी भगवान शिरगुल के प्रति अटूट आस्था का प्रतीक है। दिसंबर से मार्च तक सामान्य तौर पर लोग चोटी पर चढऩे की सोच भी नहीं सकते हैं, लेकिन इस बार परिस्थितियां विपरीत हैं। हालांकि चोटी पर बर्फ मौजूद है, लेकिन पुरानी रौनक नहीं है। संभावना है कि शिवरात्रि के पर्व पर भारी संख्या में श्रद्धालु चोटी का रुख कर सकते हैं।
हालांकि चूड़ेश्वर सेवा समिति श्रद्धालुओं को तब तक चोटी पर चढऩे की सलाह नहीं देती है, जब तक श्रद्धालुओं के ठहरने व रहने की उचित व्यवस्था को पुन: बहाल न कर दिया जाए। मौसम विभाग ने 11 व 12 फरवरी को बर्फबारी की चेतावनी दी हुई है, लेकिन रविवार शाम तक यह पूर्वानुमान सटीक नहीं बैठ रहा था।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क को चोटी की ताजा तस्वीर भेजते हुए वहां मौजूद ब्रह्मचारी जी ने बताया कि सामान्य तौर पर पडऩे वाली बर्फ की अपेक्षा काफी कम बर्फबारी हुई है।