शिमला ( एमबीएम न्यूज़ ): भाजपा सरकार की धर्मशाला में हुई कैबिनेट बैठक में पुलिस स भर्ती को लेकर फैसला नहीं हो सका। लिहाजा युवाओ में गुस्सा बढ़ा है। विधानसभा चुनाव से पहले से अटकी कांस्टेबल के हजार पदों की भर्ती प्रक्रिया पर सरकार यह निर्णय नहीं कर सकी कि इसकी प्रक्रिया को जारी रखा जाए या फिर नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया की जाए। इस रवैये से हजारों युवाओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
कांग्रेस सरकार के दौरान कांस्टेबल भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई थी। करीब पचास हजार युवाओं ने लिखित परीक्षा पास की। इसके बाद अगले चरण की प्रक्रिया होनी थी, तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की भर्ती में इंटरव्यू नहीं होने थे, पुलिस भर्ती जिस एक्ट के तहत होती थी, उसमें इंटरव्यू का प्रावधान था। सरकार और एक्ट के आमने-सामने होने पर महकमे ने गृह विभाग से कानूनी राय मांगी। विभाग ने भी एक्ट का हवाला देते हुए इंटरव्यू की व्यवस्था को जारी रखने का निर्णय किया। हालांकि, इस बीच चुनाव आचार संहिता लग गई और चुनाव आयोग ने प्रक्रिया पर रोक लगा दी। इसके बाद नई सरकार प्रक्रिया पर अब तक इस पर फैसला नहीं ले सकी है।