मंडी (वी कुमार): अति व्यस्त व संवेदनशील अस्पताल सडक में वाहनों का जाम लगना आम बात हो गई है। सकोहडी पुल से लेकर गणपति सडक चौक तक हर रोज बेतरतीब वाहन पार्क होते हैं, जिसके चलते कलोथर-मंडी, बीर-मंडी, सदयाणा मंडी, कोटली-मंडी, खडकल्याणा-मंडी, धन्यारी-मंडी की ओर से आने वाले तमाम वाहन व हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की बसें जाम में फंस जाती हैं।
बेतरतीब वाहन पार्किंग न हो इसके लिए उपमंडलाधिकारी (ना.) सदर की ओर से आदेश के मुताबिक अस्पताल के मुख्य द्वार से लेकर गणपति चौक तक वाहन पार्किंग करना दंडनीय अपराध माना गया है, मगर अधिकतर वाहन उस बोर्ड के नीचे ही लगे होते हैं। यातायात पुलिस बेतरतीब तरीके से पार्किंग किए गए वाहनों का मात्र चालान करके अपना पल्ला झाड़ लेती है जबकि वाहनों के जाम में लोगों को हर रोज परेशानी झेलनी पड़ती है।
अस्पताल में अपना इलाज करवाने आ रहे मरीजों को उठाकर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। गणपति चौक से लेकर अस्पताल के मुख्य द्वार तक आधा किमी और चौक से बीर-तुंगल व बाड़ीगुमाणु तक भी करीब आधा किमी सडक पर भयंकर जाम हर रोज रहता है। चाहते हुए भी यातायात पुलिस जाम को नहीं खुलवा पाती है। गणपति सडक मार्ग पर बेतरतीब ढंग से लगे वाहनों के पार्किंग के बारे में कई मर्तबा ग्राम पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधि, स्थानीय विधायक व उर्जा मंत्री अनिल शर्मा, उपायुक्त और एसपी को ज्ञापन सौंप चुके हैं मगर अभी तक वाहनों के जाम से निजात नहीं मिल पाई है।
ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने बताया कि उन्होंने पहले ही एसपी को आदेश जारी कर रखे हैं कि अस्पताल के मुख्य द्वार से लेकर मट्ट तक कोई भी वाहन सडक किनारे पार्क न करवाया जाए और लोगों को जाम से बचाया जाए। जो भी वाहन मालिक सडक के किनारे वाहन पार्क करता है और जाम का कारण बनता है, उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए।