शिमला (एमबीएम न्यूज): सूबे की राजधानी में अफसरों व नेताओं की बीवियां शानो शौकत से रहती हैं। मगर आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि पति जयराम ठाकुर चंद रोज पहले राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं, लेकिन पत्नी डॉ. साधना अपनी सादगी व डयूटी परायणता को लेकर चर्चा में हैं। विधानसभा परिसर की पीएचसी में डॉ. साधना तैनात है। हर कोई उस वक्त दंग रह गया, जब सोमवार सुबह ठीक 10 बजे अपनी डयूटी पर पहुंच कर रोजाना की तरह मरीजों को देखने लगी। चूंकि पति पहले भी विधायक थे, लिहाजा विधानसभा परिसर के समीप ही सरकारी आवास मिला हुआ था।
सोशल मीडिया में मैडम जयराम ठाकुर की तस्वीर वायरल हुई है। साथ ही कुछ समाचारपत्रों ने डॉ. साधना ठाकुर की खबर को प्राथमिकता से प्रकाशित किया है। हालांकि सीएम की पत्नी का यह अंदाज कई लोगों को सामान्य भी लग रहा है। लेकिन इतना तय है कि जब सूबे के मुख्यमंत्री की पत्नी ही डयूटी को लेकर पाबंद रहेगी तो इसका संदेश सकारात्मक ही होगा। खास बात यह है कि शनिवार को ही परिवार मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ओक ओवर में शिफ्ट हुआ है।
अमूमन घर की शिफ्टिंग पर परिवार साजोसामान को सलीके से लगाने में जुट जाता है। लेकिन डॉ. साधना ठाकुर ने इसके विपरीत डयूटी को तवज्जो दी। मुख्यमंत्री की दो बेटियां हैं। एक बेटी टांडा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है, जबकि दूसरी प्रवेश परीक्षा की तैयारी में लगी हुई है। चूंकि डॉ. साधना ठाकुर के पास भी अपना सरकारी मकान है, लिहाजा इसका इस्तेमाल अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए करना चाहती हैं, क्योंकि बखूबी जानती हैं कि ओक ओवर में बेटी पढ़ाई नहीं कर सकेगी।
सनद रहे कि निवर्तमान मुख्यमंत्री ओकओवर की बजाय अपने निजी आवास हॉलीलॉज में रह रहे थे। कार्यकर्ताओं ने ओक ओवर की हालत बिगाड़ कर रख दी थी।
परिवार इस कद्र सादगीपूर्ण जीवन जीता है कि बड़े भाई अब भी पत्थरों की छंटाई कर रहे हैं, जबकि बहन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है।