नाहन (एमबीएम न्यूज): भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधायक डॉ. राजीव बिंदल घर पहुंच गए हैं। शुक्रवार को हिन्दू आश्रम में बैठक बुलाई गई है। समर्थकों में विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल न करने को लेकर मायूसी है। हालांकि संवैधानिक पद पर तैनाती हो रही है, लेकिन हर कोई इस बात से भी बखूबी वाकिफ है कि मंत्री का पद मंत्री का ही होता है, क्योंकि सरकार की योजनाओं व अहम फैसलों पर मंत्रिमंडल ही मुहर लगाता है।
सोशल मीडिया में बीजेपी के आईटी सैल के जिला संयोजक प्रकाश ठाकुर ने मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर तल्ख टिप्पणी कर दी थी। इसमें सिरमौरियों की तुलना कुलियों से करते हुए प्रकाश ठाकुर ने यहां तक कह दिया था कि सिरमौर का इस्तेमाल केवल वोट के लिए होता है। भाजपा सरकार ने 11 मंत्रियों का कोटा फुल कर दिया है।
बुधवार सुबह 10 मंत्रियों की सूची में बिंदल का नाम कटने की खबर एमबीएम न्यूज नेटवर्क को मिल गई थी, लेकिन संभावना थी कि 11वें नंबर पर बाद में बिंदल की ताजपोशी हो जाएगी, लेकिन इस स्थान पर धर्मशाला के विधायक व पूर्व मंत्री कृष्ण कपूर बाजी मार गए। विधानसभा अध्यक्ष के पद पर बिंदल की तैनाती की प्रेस विज्ञप्ति भी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने आनन-फानन में जारी की।
बताते हैं कि अफसरशाही ने बिंदल को सचिवालय में कमरा भी अलॉट कर दिया था। साथ ही बड़ी संख्या में समर्थक भी शपथ ग्रहण समारोह में पहुंच गए थे। बहरहाल यह सवाल फिर उठ खड़ा हुआ है कि क्या नाहन पर नटनी के श्राप का साया बरकरार है।