कांगड़ा (रीना शर्मा) : दूर की सुनती है पास की सुनती है माँ तो आखिर मां है, हर हाल में सुनती है…मां की इस भेंट से चरितार्थ होता है कि भगवान के दर जो भी मुराद सच्चे मन से मांगी जाती है जरूर पूरी होती है।
विस् चुनावो परिणामो को लेकर जहाँ जीत हार की शर्तें लगती रही,वही जीत के लिए मुरादें भी मांगी गई। शर्तें लगाने वाले तो अपनी बातों से मुकर भी गए पर माता से मांगी गई मुरादें पूरी होने पर परिवार खुशी-खुशी माता का शुक्रिया अदा करने पहुंच रहे हैं। हरोली विस् क्षेत्र से कांग्रेस से मुकेश अग्निहोत्री की जीत को लेकर उनकी पत्नी सिम्मी अग्निहोत्री व बेटी आस्था ने ज्वालाजी व चिंतपूर्णी में पैदल जाने की मुराद मांगी थी और मां ने उनकी मुराद सुनी और पूरी भी की और मुकेश अग्निहोत्री जीत गए।
अब उनकी जीत की मुराद को पूरी करने के लिए उनकी पत्नी व बेटी आस्था ने अपने घर जोन्दपुर से पैदल चलते हुये पहले चिंतपूर्णी के दर्शन किये और आज दोनों पैदल यात्रा करते हुए शक्तिपीठ ज्वालामुखी में शीश नवाया और पूजा अर्चना की, आज खुद मुकेश अग्निहोत्री ने भी ज्वालामुखी मन्दिर में शीश नवाया, पुजारी नितिन शर्मा ने पूरे परिवार की विधिवत पूजा अर्चना करवाई।
मुकेश अग्निहोत्री की पत्नी ने चौथी बार पति के विधायक बनने पर मां ज्वाला का आशिर्वाद लिया। सिम्मी पिछले वर्ष भी पति के जीतने पर पैदल यात्रा करके पहुची थी।सिम्मी अग्निहोत्री हर वर्ष माता का जागरण करवाती हैं और माँ पर पूर्ण विश्वास रखती हैं।इन चुनावों में भी उन्होंने मोर्चा संभाला था और चुनावो में अहम भूमिका निभाई थी।
गौरतलब है कि मुकेश अग्निहोत्री भी मां ज्वाला के परम भक्त हैं और मतगणना से पहले भी वे यहां दर्शन करके गए हैं और अक्सर ज्वाला मां का आशीर्वाद लेने यहाँ पहुंचते रहते हैं।