नाहन (एमबीएम न्यूज़): मण्डलायुक्त शिमला मण्डल आरएन बत्ता ने आज पांवटा साहिब में अल्पसंख्यक समुदाय के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक करते हुए अपील की है कि गत दिनों माजरा के समीप मेलियो मस्जिद में पवित्र ग्रंथ कुरान शरीफ की पुस्तकें जलाने की घटना में धैर्य एवं शांति बनाऐं रखे और इस मामले को सुलझाने के लिए उचित समय दिया जाए ताकि इस संवेदनशील मामले से जुड़े गुनाहगारों को बेनकाब कर दिया जाए। उन्होने कहा कि पुलिस द्वारा इस घटना की गहनता से जांच कर रही है और शीघ्र ही इस धार्मिक भावना से जुड़े मामले को शीघ्र ही सुलझा दिया जाएगा, जिसमें सभी लोगों का सहयोग अपेक्षित है।
सनद रहे कि मुस्लिम समुदाय ने तीन दिनों के भीतर गुनहगारों को गिरफ्तार करने की चेतवानी दी थी। यह मियाद आज पूरी हो गई है।
मण्डलायुक्त ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को जानकारी देते हुए कहा कि पांवटा व माजरा क्षेत्र में रात्रि गश्त को बढ़ा दिया गया है और इस क्षेत्र की 84 मस्जिदों, गुरूद्वारों तथा मंदिरों की सुरक्षा के लिए लगभग 50 पुलिस कर्मियों की टीमें गठित करके उन्हे रात्रि गश्त पर तैनात किया गया है और प्रत्येक टीम को विशेष क्षेत्र भी आबंटित किए गए है। इस प्रकार की असमाजिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस द्वारा बेहतर प्रबंध किए गए है। पांवटा के साथ उत्तराखंड राज्य की सीमा होने से इस क्षेत्र में अपराधिक गतिविधियां काफी बढ़ रही है जिससे निपटने के लिए पुलिस द्वारा एक कार्य योजना तैयार की जा रही है ।
अल्पसंख्यक समुदाय के पदाधिकारियों से आग्रह किया कि एक समिति का गठन करे तथा समय-समय पर पुलिस व प्रशासन के साथ बैठकर इस मामले के बारे जानकारी हासिल करने के अतिरिक्त अपने सुझाव भी दे। पुलिस द्वारा तत्परता के साथ इस घटना की जाँच की जा रही है और शीघ्र ही सार्थक परिणाम सामने आएगें। उन्होने कहा कि धरना प्रदर्शन करने से समस्या का हल नहीं हो सकता है बल्कि सभी के रचनात्मक सहयोग से ही अपराधियों को पकड़ा जा सकेगा।
इस अवसर पर उप महानिरीक्षक पुलिस आशीव जलाल ने बैठक में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को जानकारी दी कि इस घटना की वैज्ञानिक तरीके से जांच की जा रही है और स्थानीय लोगों के पास इस घटना से संबघित जो भी जानकारी उपलब्ध है, उसे पुलिस व प्रशासन के साथ सांझा किया जाए। यदि कोई व्यक्ति इस घटना से संबधित कोई जानकारी पुलिस को देता है तो उस व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा।
उन्होने कहा कि इस मामले की गहनता से जांच के लिए प्रथम दृष्टया में एक मास की अवधि लग सकती है और इस दौरान अल्पसंख्यक समिति के सदस्य पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करके इस मामले की प्रगति की फीडबैक ले सकते है। उन्होने कहा कि पीपलीवाला कांड की भी तपतीश भी प्रगति पर है और शीघ्र ही अपराधियों को पुलिस बेनकाब करने में कामयाब हो जाएगी।
इस मौके पर उपायुक्त बीसी बडालिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागमल ठाकुर, एसडीएम पांवटा एचएस राणा, डीएसपी पांवटा प्रमोद चौहान सहित अन्य अधिकारी तथा अल्पसंख्यक समुदाय के पदाधिकारी हाषमी, नासिर, मोहम्मद इकबाल, चैन सिंह, तपेन्द्र सिंह इत्यादि उपस्थित थे ।