शिमला(एमबीएम न्यूज़): प्रदेश को झकझोर कर रख देने वाले गुड़िया रेप एंड मर्डर केस से जुड़े सूरज लॉकअप हत्याकांड मामले की जांच कर रही है।सीबीआई ने गुरूवार को स्टेटस रिपोर्ट हाईकोर्ट में दाखिल कर दी। यह रिपोर्ट कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय करोल और न्यायधीश संदीप शर्मा की खंडपीठ के सामने रखी गई है। सीबीआई ने खंडपीठ को बताया कि इस मामले की जांच चल रही है और जल्द जांच पूरी कर ली जाएगी। मामले की अगली सुनवाई 20 दिसंबर को तय की गई है। इसी दिन गुड़िया मामले की स्टेटस रिपोर्ट भी सीबीआई हाईकोर्ट में दाखिल करेगी।
आपको बता दें कि सूरज की 18 जुलाई की रात्रि कोटखाई थाने के लॉकअप में हत्या हुई थी। इसके अगले दिन प्रदेश हाईकोर्ट ने गुड़िया व सूरज हत्याकांड मामलों की जांच के आदेश सीबीआई को जारी किए थे। पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट ने सीबीआई से कहा था कि इस मामले में उसकी जांच कहां तक पहुंची, इसके बारे में स्टेटस रिपोर्ट पेश कर विस्तृत जानकारी दी जाए। सूरज लॉकअप केस में सीबीआई ने प्रदेश पुलिस के आईजी जहूर जैदी व डीएसपी मनोज जोशी सहित 8 पुलिस कर्मचारियों को बीते 29 अगस्त को गिरफतार किया था। जबकि एसपी डीडब्लयू नेगी को 16 नवंबर को गिरफतार किया गया था। इन सब पर सूरज की हत्या में शामिल होने का आरोप है।
एसपी डी डब्लयू नेगी को छोड़कर अन्य आठ पुलिस वालों के लिए खिलाफ सीबीआई ने 25 नवंबर को सैंकड़ों पन्नो की चार्जशीट स्थानीय अदालत में पेश की थी। जिसमें 80 से अधिक गवाह बनाए गए हैं। एसपी नेगी के खिलाफ भी सीबीआई द्वारा जल्द चार्जशीट अदालत में दायर की जाएगी। गुड़िया शिमला जिले के कोटखाई क्षेत्र के सरकारी स्कूल महासू में 10वीं में पढ़ रही थी। 4 जुलाई को वह लापता हुई और दो दिन बाद उसका शव हलाइला जंगल से बरामद हुआ। जांच में सामने आया कि सामुहिक दुष्कर्म के बाद उसकी जघन्य तरीके से हत्या हुई है।
इस मामले की जांच के लिए पुलिस की एसआईटी गठित हुई। जिसकी कमान आईजी जहूर जैदी को सौंपी गई। इस एसआईटी ने 12 जुलाई को मामल सुलझाने का दवा करते हुए सूरज सहित छह लोगों को गुड़िया को मौत के घाट उतारने के जुर्म में गिरफ्तार किया। बाद में 18 जुलाई की रात्रि सूरज की कोटखाई थाने के लॉकअप में हत्या कर दी गई। एसआईटी ने इसका आरोप दूसरे आरोपी राजू पर मढ़ा। लेकिन सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में एसआईटी के सदस्यों की सूरज की हत्या में संलिप्तता की बात कही है।