नाहन (एमबीएम न्यूज) : डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज के मुख्य गेट पर सोमवार रात नन्हीं परी की किलकारी गूंज उठी। गर्भवती महिला किरण की प्रसूति, मेडिकल कॉलेज के लेबर रूम में नहीं हुई, बल्कि चंद मीटर की दूरी पर 108 एंबूलेंस में हुई। चंद रोज पहले मेडिकल कॉलेज के गायनी वार्ड की बदत्तर हालत की खबर जमकर वायरल हुई थी।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क को पाठकों से ढेरों प्रतिक्रियाएं मिली। बहरहाल जानकारी के मुताबिक 108 एंबूलेंस में गर्भवती किरण को दिल्ली गेट से मेडिकल कॉलेज लाया जा रहा था। हालात ऐसे बने कि गेट पर ही डिलीवरी करवानी पड़ी। 108 के ईएमटी विक्रांत व पायलट प्रमोद ने चंद मिनटों में ही महिला की डिलीवरी करवा दी।
खास बात यह भी है कि 108 में होने वाली प्रसूति में ब्लड की डिमांड भी नहीं होती है। अमूमन अस्पताल में गर्भवती महिला के परिजनों को पहले रक्त के इंतजाम के लिए दर-ब-दर भटकना पड़ता है।
कोटीधिमान की रहने वाली किरण के चेहरे पर मुस्कान थी। क्या पता, मेडिकल कॉलेज में पहुंचने पर उसे सही ढंग से उपचार ही न मिल पाता। महिला के पति यशपाल ने सफल प्रसूति पर 108 एंबूलेंस सेवा का आभार प्रकट किया। हालांकि 108 एंबूलेंस में प्रसूतियां सामान्य बात होने लगी है, लेकिन यह मामला काफी हटकर था, क्योंकि महज 200 से 250 मीटर की दूरी पर मेडिकल कॉलेज का लेबर रूम था। जानकार यह भी बताते हैं कि अब 108 की महारत को देखते हुए लोग भी प्रसूति के लिए 108 को ही तवज्जो देने लगे हैं।