कुल्लू (एमबीएम न्यूज़) : रोहतांग दर्रा सहित समूची लाहौल घाटी में हुई ताजा बर्फबारी के बाद कोकसर में फंसे हुए लोगों को चौथे दिन भी नहीं निकाला जा सका है। लगातार मौसम खराब होने के कारण जिला प्रशासन के आपदा प्रबंधन की तैयारियां भी जवाब दे गई है। लिहाजा, चार दिनों से यात्री कोकसर में बर्फ के बीच फंसे हुए हैं। जबकि डीसी लाहौल स्पीति और एसडीएम जिला से बाहर हैं। ऐसे में प्रशासन का आपदा प्रबंधन कोकसर में फंसे लोगों को निकालने के लिए फेल सावित होता दिखाई दे रहा है।
कोकसर स्थित बचाव चौकी में खाद्य वस्तुएं, लकड़ी, दवाईयां और अन्य सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कोकसर में कुछ ढाबे अभी भी खुले हैं और वहां इंटरनेट सेवा चल रही है। यहां फंसे सभी 46 लोगों के परिजनों को सूचित करने के लिए उनके नाम और पते लाहौल स्पीति जिले की वैबसाइट और फेसबुक पेज पर भी उपलब्ध करवाए गए हैं। जिलाधीश ने बताया कि मयाड़ घाटी में फंसे बारात के सभी लोगों को सुरक्षित उदयपुर पहुंचा दिया गया है। उन्हें उदयपुर विश्राम गृह में ठहराया गया है।
देवा सिंह नेगी ने बताया कि मौसम साफ होते ही रोहतांग दर्रे को बहाल कर दिया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन लगातार सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के अधिकारियों के संपर्क में है। उन्होंने मौसम साफ होते ही रोहतांग बहाली का कार्य आरंभ करने की बात कही है। जिलाधीश ने सभी लाहौलवासियों से किसी भी तरह की अफवाहों व भ्रांतियों में न आने की अपील की। उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की आपात परिस्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं।