शिमला (एमबीएम न्यूज़): प्रदेश के चुनावी दंगल में अब भाजपा के आला नेताओं ने मोर्चा संभाल लिया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र व शिमला ग्रामीण से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह की संपति पर सवाल खडे़े किए हैं। यहां प्रेस कांफ्रेंस में संबित पात्रा ने सवाल उठाया कि वह पांच साल में इतने अमीर कैसे बन गए?
विक्रमादित्य पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि साल 2012 के चुनाव में मुख्यमंत्री ने अपने शपथ पत्र में विक्रमादित्य सिंह को डिपेंडेंट करार देते हुए उनकी चल-अचल संपति 1.19 करोड़ दिखाई थी। मगर अब विक्रमादित्य ने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर भरे गए शपथ पत्र ने अपनी चल-अचल संपति 84 करोड दिखाई है, जो कि हैरान करने वाली है। संबित ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने 5 साल में ऐसा क्या कर दिया कि उनकी संपति 1 करोड़ से बढ़कर 84 करोड़ पहुंच गई है। इसका जवाब खुद विक्रमादित्य सिंह और उनके पिता वीरभद्र सिंह को देना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि विक्रमादित्य सिंह की कंपनी ने दिल्ली के महरोली में एक फार्म हाउस खरीदा था, जिसकी मार्केट वेल्यु 1.20 करोड़ बताई गई थी, लेकिन जब जांच एजेंसी ईडी ने इस फार्म हाउस का आंकलन किया, तो इसकी कीमत 30 करोड़ बैठी और इस संपति को ईडी ने अटैच कर लिया। उन्होंने कहा कि आज हिमाचल में मुख्यमंत्री और उनका परिवार जमानत पर चल रहा है।
अब हिमाचल की जनता को यह महसूस हो गया है कि जमानती परिवार के हाथ में सत्ता नहीं सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार होगी और यहां भाजपा बड़ी जीत दर्ज कर सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि एक निजी संस्था के सर्वे ने भी यह दिखाया है कि हिमाचल में भाजपा आसानी से सरकार बना रही है।
भाजपा में सीएम कैंडीडेट के मुददे पर संबित पात्रा ने चुप्पी साधी। उन्होंने कहा कि उतराखंड, हरियाणा और महाराष्ट आदि राज्यो में भी भाजपा ने सीएम कैंडीडेट घोषित नहीं किया था। उन्होंने कहा कि यह विषय उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है, क्योंकि इस पर पार्टी की संसदीय बोर्ड निर्णय करता है।