मंडी (एमबीएम न्यूज़ ) : राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो मंडी ने चंडीगढ़-मनाली एनएच-21 पर ताजा टारिंग की गुणवत्ता में गड़बड़ी की आशंका के चलते चारकोल व बजरी के सैंपल उठा लिए हैं। विजीलैंस को आशंका है कि बार-बार उखड़ रही सड़क में घटिया क्वालिटी की सामग्री प्रयोग में लाई जा रही है जिससे हर बार टारिंग उखड़ रही है।
बता दें कि गत्त वर्ष बरसात से पूर्व चंडीगढ़-मनाली एनएच-21 पर पड़े गड्डों को भरने के लिए लोक निर्माण विभाग ने करोड़ों रुपए की धनराशि खर्च कर पैचवर्क ही किया था जो कुछ ही दिनों बाद उखड़ गया था जिससे आजकल यह हालात पैदा हो गए हैं कि बरसात पूर्व ही लागों को एनएच-21 पर हिचकोले खाने पड़ रहे हैं।
हालांकि विभाग ने यह कार्य अपनी ही देखरेख में किया है लेकिन पैचवर्क के साथ कई हिस्सों में टारिंग विभाग द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से करवाई जा रही है जिससे गड़बड़ी की सीधी आशंका के कयास लगाए जा रहे हैं। विजीलैंस को आशंका है कि इस बार भी मात्र खानापूर्ति के लिए सड़कों को काला किया जा रहा है।
विदित रहे कि पिछले सप्ताह यहां मुख्यमंत्री की चेतावनी के बाद टारिंग का काम चला है और आनन-फानन में डिमोशन की डर के बाद धड़ाधड़ ठेकेदारों को पैच काम के लिए दिए गए हैं। जिसमें विजीलेंस को गड़बड़ी की आशंका दिखी है। मंडी स्थित राज्य सत्र्तकता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो के डिप्टी एसपी अभिमन्यु वर्मा ने सैंपल उठाए जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं तथा लेबोरेटरी कि रिपोर्ट के बाद ही आगे कार्यवाही कि जाएगी |