नाहन (एमबीएम न्यूज): सिरमौर में आबकारी व कराधान विभाग के सहायक आयुक्त जीडी ठाकुर को मानसिक प्रताडऩा का सामना करना पड़ रहा है। इसके पीछे ओर कोई नहीं, बल्कि विभाग में आला पद पर तैनात महिला अधिकारी है। कालाअंब स्टील एसोसिएशन के लैटर पैड पर बालकृष्ण मदन के नाम से हाईकोर्ट को झूठी शिकायत भेजी गई।
दरअसल ठाकुर इस कारण ज्यादा व्यथित हो गए हैं, क्योंकि झूठ का पुलिंदा बनाकर उन्हें मीडिया में भी बदनाम करने का षडयंत्र चल रहा है। सनद रहे कि प्रदेश के इतिहास में टैक्स चोरी का सबसे बड़ा 2200 करोड़ का घोटाला ठाकुर ने ही उजागर किया था। इंडियन टैक्नोमैक के इस घोटाले को ठाकुर ने आईटी में महारथ के कारण ढूंढ निकाला था।
ठाकुर का कहना है कि विभाग की एक ऐसी महिला अधिकारी उन्हें प्रताडि़त कर रही है, जो खुद एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ी गई थी, जिसका ट्रायल सोलन में चल रहा है।
शनिवार को एईटीसी जीडी ठाकुर ने बकायदा एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। इसके मुताबिक कथित शिकायतकर्ता झूठे आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि झूठी शिकायतों के आधार पर करीब एक दर्जन जांचों का सामना कर चुके हैं, तमाम में क्लीन चिट मिली है। उन्होंने कहा कि क्लीन चिट मिलने के बाद ही सिरमौर में उनकी तैनाती 22 नवंबर 2016 को हुई थी। उन्होंने कहा कि विभाग के कुछ अधिकारी पुरानी रंजिश के चलते झूठे षडयंत्र रचकर बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कालाअंब के अलावा कई संस्थाओं ने विभाग को अपने ज्ञापनों के जरिए यह साफ किया है कि सिरमौर में एक्साइज महकमा बेहतरीन कार्य कर रहा है। उनका कहना है कि पिछले पांच सालों से वह झूठी शिकायतों का सामना कर रहे हैं। लेकिन अब हद हो चुकी है। ठाकुर ने कहा कि उन्होंने कानूनी राय ले ली है, जल्द ही मानहानि के दावे ठोके जाएंगे। उन्होंने कहा कि विभाग के ही अधिकारी झूठी शिकायतों के आधार पर उनका तबादला करवाना चाहते हैं।
नोट : त्रुटिवश पहले महिला अधिकारी को रिटायर्ड बताया गया था, संज्ञान में आते ही समाचार को संशोधित किया गया है।