शिमला (एमबीएम न्यूज) : नगर निगम की एनुअल जनरल मीटिंग (एजीएम) की बैठक सोमवार को कोरम पूरा न होने के चलते स्थगित हो गई। बेठक में 71 सदस्यों को सम्मिलत होना था, लेकिन निर्धारित समय से आधा घंटा बाद तक बैठक में केवल 41 सदस्य ही पहुंचे, जो कि कोरम के लिए आवश्यक संख्या से कम थे। इस पर एमसी की मेयर कुसुम सदरेट ने बैठक के स्थगन की घोषणा की। कोरम पूर्ति के अभाव में बेठक के स्थगित होने पर सैहब सोसायटी वैल्फेयर एसोसएशन भड़क गया है और इसके बैनर तले सफाई कर्मियों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर एमसी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसोसिएशन ने कल 12 सितम्बर से अनिश्चतकालीन हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है।
एसोसिएशन ने एमसी प्रशासन को पहले ही चेता दिया था कि अगर किन्हीं कारणवश एजीएम बैठक स्थगित कर दी जाती है या फिर उनकी मांगों पर एजीएम में मुहर नहीं लगती है, तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे। एसोसिएशन के प्रधान जसबंत ने बताया कि प्रशासन उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। यही वजह है कि न तो शहरी विकास मंत्री बैठक में पहुंचे और न ही कोरम पूरा हो सका। उन्होंने कहा कि भाजपा के 10 पार्षदों ने भी एजीएम बैठक से किनारा किया।
जसवंत ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर एसोसिएशन बीते 1 सितम्बर को पांच दिवसीय हड़ताल पर चला गया था। लेकिन कमीश्नर ने हमें आश्वासन दिया था कि हमारी मांगें एजीएम में उठाई जाएंगीं। इस भरोसे पर हमने तीसरे दिन हड़ताल खत्म कर दी थी। अब एमसी ने फिर हमारे साथ विश्वासघात किया है और अब हमारे पर हड़ताल पर जाने के सिवाय दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है।
उन्होंने कहा कि कल से सैहब सोसायटी के सैंकड़ों कर्मचारी सभी वार्डों में काम ठप्प रखेंगें और किसी भी घर से कूड़ा नहीं उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक एमसी की ओर से एजीएम की बैठक नहीं बुलाई जाती, तब तक सफाई कर्मी हड़ताल पर ही रहेंगे।