नाहन (एमबीएम न्यूज) : नवगठित अलख संस्था ने अलख जगाने की जिम्मेदारी को संभालते हुए शहरवासियों से अनुरोध किया है कि शहर की पुरानी संस्कृति की तरफ लौटते हुए पैदल चलना अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
संस्था के अध्यक्ष राज कुमार शर्मा, महासचिव प्रभात कुमार ने कहा कि शहर की संरचना में दर्जनों तंग गलियां व कम चौड़े बाजार शामिल हैं जिन्हें बदला नहीं जा सकता। पूरा मुख्य शहर दो ढाई किलोमीटर में बसा है जहां हमेशा हजारों लोगों ने पैदल चलकर अपने रोजमर्रा के काम निपटाए हैं। अब चूंकि शहर में जनसंख्या भी बढ़ रही है, गाडिय़ों की भरमार है तो वहीं पार्किंग भी स्थायी सिरदर्द हो गई है। शहर की गलियों व तंग बाजारों में प्रैशर हॉर्न बजाते हुए टू व्हिलर फर्राटे से दौड़ाए जा रहे है। कितनी बार कितनी संस्थाएं यह रुकवाने की कोशिश कर चुकी हैं। पुलिस से बार – बार शिकायत की गई है। परंतु हालात जस के तस बने है।
शिक्षाविद राज कुमार शर्मा व पर्यावरण प्रेमी प्रभात कुमार ने सुझाव दिया है कि अब हमें अपनी पुरानी संस्कृति से सिखते हुए कुछ ऐसा करना चाहिए कि यातायात कम हो। शहर के वरिष्ठ जन रोजमर्रा के काम निपटाने के लिए अभी भी पैदल चलना पसंद करते हैं वहीं युवाओं को उनसे प्रेरणा लेकर कुछ दूर के काम निपटाने के लिए पैदल चलना ही शुरू करना चाहिए।