बद्दी (एमबीएम न्यूज़) : भारत की बहुराष्ट्रीय कंपनी हिंदुस्तान यूनीलिवर द्वारा औद्योगिक क्षेत्र बुरांवाला में बनाया गया आधुनिक शौचालय बीबीएनडीए की लापरवाही से जर्जर होता जा रहा है। कंपनी ने यह सौगात स्थानीय औद्योगिक क्षेत्र में आने-जाने वाले लोगों के अलावा ट्रक चालकों व परिचालकों के हितार्थ बनाया था। हिंदुस्तान यूनीलिवर ने सीएसआर (सामाजिक दायित्व निर्वहन) कार्यक्रम के तहत लगभग 10 लाख की लागत से यह शौचालय समाज के लिए समर्पित किया था।
कंपनी द्वारा दी गई इस सौगात को सुनियोजित विकास का दावा करने वाली एजेंसी बीबीएन विकास प्राधिकरण संभाल नहीं पाई और राष्ट्रीय संपति बेकार हो गई। इसके चालू न होने के पीछे एक छोटा सा कारण है कि आज तक इसको पानी का कनेकशन नहीं हो पाया। बीबीएनडीए न तो यहां पर आईपीएच का कनेकशन नहीं करवा पाया न ही बोरबैल करवा पाया।
बददी विकास मंच के अध्यक्ष बेअंत सिंह ठाकुर व किसान सेवा समिति के प्रधान संजीव कौशल ने आरोप लगाया कि घरों में शौचालय न होने पर प्रशासन बिजली पानी कनेक्शन काटने की धमकी देता है लेकिन अगर सार्वजनिक शौचालय बनाने के बावजूद शुरु न हो तो दोषी कौन है।
प्रदेश सरकार हिमाचल को खुला शौचमुक्त बनाने का दम भरती है लेकिन बरोटीवाला में उल्टी गंगा बहती नजर आ रही है। बीबीएन विकास प्राधिकरण की बौरवैल न करवा पाने की एक छोटी सी लापरवाही से सैंकडों लोगों में खुले में शौच जाने पर मजबूर होना पड रहा है। बुरांवाला में लगभग 10 लाख रुपये से सुलभ शौचालय का निर्माण एक कंपनी ने कराया था। इसका मकसद था यहां रुकने वाले ट्रक चालकों-सह चालकों व वहां के दुकानदारों को शौचालय की सुविधा मिले और इसको सुलभ इंटरनेशनल को सुपुर्द किया गया था। आने-जाने वाले राहगीरों को नहाने की व्यवस्था भी इसमें की गई थी। परिणामस्वरुप लोगों को शौचालय के बिल्कुल साथ लगती नदी नालों में शौच के लिए जाना पड रहा है।
गौरतलब है कि जनवरी 2008 को कंपनी ने बुरांवाला रोड पर जनहित में एक आधुनिक बाथररुम का कार्य पूर्ण कर लिया था। बाथरुम तो बनकर तैयार हो गया था लेकिन 10 साल बाद भी उसको पानी का कनेकशन नहीं हो सका और यह ंाडह बनता गया। बददी विकास मंच के अध्यक्ष बेअंत सिंह ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट संदीप सचदेवा, तरसेम चौधरी, किशोर ठाकुर, अनुभव अग्रवाल, हिमालया जनकल्याण समिति के उपाध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, कोषाध्यक्ष भारत ठाकुर, किसान सेवा समिति के अध्यक्ष संजीव कौशल ने कहा कि क्या विभाग ने इस बाथरुम को सिर्फ दिखाने के लिए कंपनी से बनवाया बनाया था या किसी नेता ने इसका फीता काटना है।
लोग परेशान हो रहे हैं और अधिकारी आराम फरमा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर बीबीएनडीए के डिप्टी सीईओ राजीव कुमार ने कहा कि बुरांवाला के बाथरुम के साथ बोरवैल करवाकर इसको शीघ्र चालू कर दिया जाएगा और पानी की कमी के कारण यह चालू नहीं है। बीबीएनडीए लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलबध कराने को बचनबद्व है।
कैपशन-औद्योगिक क्षेत्र बुरांवाला में हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड द्वारा बनाया गया शौचालय 10 साल बाद भी बंद पडा है। बददी-1