मंडी (वी कुमार) : सांसद द्वारा गोद ली गई प्राचीन बावड़ी अपनी अंतिम सांसे गिनने को अभिशप्त है। रामनगर में अपनी अंतिम सांसें गिन रही है सांसद द्वारा गोद ली गई बावड़ी रामनगर वार्ड की प्राचीन बावड़ी का अस्तित्व खतरे में लोगों ने प्रशासन से लगाई दशा सुधारने की गुहार सांसद राम स्वरूप शर्मा ने बावड़ी के जीर्णोद्धार की कही थी बात, लेकिन आज दिन तक इस बावड़ी के बारे में नहीं हो सका कोई कार्य सांसद द्वारा गोद ली गई प्राचीन बावड़ी अपनी अंतिम सांसे गिनने को अभिशप्त है।
रामनगर मुहल्ला में विश्वकर्मा मंदिर के पास प्राचीन ऐतिहासिक बावड़ी इन दिनों जीर्ण शीर्ण हालत में दुर्दशा का शिकार है। यह बावड़ी प्राचीन समय से स्थानीय वासियों के लिए महत्वपुर्ण प्राकृतिक पेयजल का स्त्रोत हुआ करती थी। बावड़ी के ऊपर सडक से आने वाला नाला इस पर फैंक दिया गया है। जिससे शहर भर की गंदगी बावड़ी पर गिर रही है। यही नहीं बावड़ी के साथ लगते भवन की पानी व सीवरेज की पाईपें भी बावड़ी की ओर निकाली गई है। बावडी के रखरखाव के प्रति बेरूखी के चलते गंदगी के आलम में इसका पानी पीने योगय नहीं रहा है और पूरी तरह से प्रदूषित हो चुका है।
गत वर्ष सांसद रामस्वरूप शर्मा ने बावड़ी में सफाई अभियान किया था। इस मौके पर उन्होने बावड़ी को गोद लेने और इसे बचाने की बात कही थी। लेकिन इसके बाद इस बावड़ी को सब भूल गये और अब बावड़ी की हालत और ज्यादा बदतर हो चुकी है। मुहल्ला वासियों ने उपायुक्त मंडी से बावड़ी को बचाने की मांग की है। उन्होने कहा कि जब भी शहर में पेयजल संकट हो जाता है तो यही प्राकृतिक पेयजल स्त्रोत लोगों की पेयजल समस्या निपटाने का विकल्प बनते हैं। इधर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी राजीव कुमार ने इस पर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश जारी किये हैं।
हल्ला में विश्वकर्मा मंदिर के पास प्राचीन ऐतिहासिक बावड़ी इन दिनों जीर्ण शीर्ण हालत में दुर्दशा का शिकार है। यह बावड़ी प्राचीन समय से स्थानीय वासियों के लिए महत्वपुर्ण प्राकृतिक पेयजल का स्त्रोत हुआ करती थी। बावड़ी के ऊपर सडक से आने वाला नाला इस पर फैंक दिया गया है। जिससे शहर भर की गंदगी बावड़ी पर गिर रही है। यही नहीं बावड़ी के साथ लगते भवन की पानी व सीवरेज की पाईपें भी बावड़ी की ओर निकाली गई है। बावडी के रखरखाव के प्रति बेरूखी के चलते गंदगी के आलम में इसका पानी पीने योगय नहीं रहा है और पूरी तरह से प्रदूषित हो चुका है।
गत वर्ष सांसद रामस्वरूप शर्मा ने बावड़ी में सफाई अभियान किया था। इस मौके पर उन्होने बावड़ी को गोद लेने और इसे बचाने की बात कही थी। लेकिन इसके बाद इस बावड़ी को सब भूल गये और अब बावड़ी की हालत और ज्यादा बदतर हो चुकी है। मुहल्ला वासियों ने उपायुक्त मंडी से बावड़ी को बचाने की मांग की है। उन्होने कहा कि जब भी शहर में पेयजल संकट हो जाता है तो यही प्राकृतिक पेयजल स्त्रोत लोगों की पेयजल समस्या निपटाने का विकल्प बनते हैं। इधर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी राजीव कुमार ने इस पर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश जारी किये हैं।