नाहन (एमबीएम न्यूज़) : सिरमौर जिला में खसरा-रूबैला टीकाकरण अभियान के तहत 9 मास से 15 वर्ष तक की आयु वर्ग के सभी 162227 ब
च्चों को टीके लगाए जाएगें । जिसके लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध पूरे कर लिए गए है।
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यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डा. संजय शर्मा ने आज यहां खसरा- रूबैला टीकाकरण अभियान पर आयोजित मिडिया जागरूकता कार्यशाला के अवसर पर संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि इस अभियान को शीघ्र ही आरंभ किया जा रहा है और स्थानीय जनता द्वारा निर्धारित स्थल पर ही टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस अभियान के दौरान घर-घर जाकर टीका नहीं लगाया जाएगा।
उन्होंने जानकारी दी कि खसरा एक जानलेवा रोग है, जोकि वायरल द्वारा फैलता है जिससे बच्चों में विकलांगता तथा कई बार असमायिक मृत्यु भी हो जाती है। इसी प्रकार रूबैला एक संक्रामण रोग है यह भी वायरल द्वारा फैलता है इसके लक्षण खसरा जैसे होते है। उन्होंने बताया कि यदि गर्भवती महिला शुरूआती दौर में इन रोगों से संक्रमित हो जाए तो उसके भ्रूण अथवा नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाऐं रूबैला के लक्षणों की जांच अपने निकटतम स्वास्थ्य केंद्रो पर करवा सकती है जिसमें टॉर्च नामक टेस्ट करना अनिवार्य होता है।
उन्होंने कहा कि जिला में कुल 1619 सरकारी व निजी शिक्षण संस्थान कार्यरत है जिनमे दसवी कक्षा तक शिक्षा ग्रहण करने वाले सभी बच्चों को इस अभियान के तहत टीके लगाए जाएगें। उन्होने कहा कि इस कार्यक्रम को जन आन्दोलन का रूप दिया गया है और लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न संचार माध्यमों से व्यापक प्रचार व प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने चेचक व पोलियो इत्यादि रोगों के उन्मूलन का उदाहरण देते हुए कहा कि चेचक बिमारी का वर्ष 1978 में पूर्णतया उन्मूल्न हो चुका है और इसी प्रकार वर्ष 2011 के उपरांत भारत वर्ष में पोलियों रोग के कोई भी लक्ष्ण किसी बच्चे में पाए गए है और सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक देश को पोलियो मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
डा0 संजय शर्मा ने बताया कि खसरा- रूबैला टीकाकरण अभियान को प्र्रभावी ढंग से कार्यान्वित करने के लिए 153 टीमें गठित की गई है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक टीम का नेतृत्व प्रशिक्षित एएनएम द्वारा किया जाएगा, जिन्हें एक दिन की प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके अतिरिक्त दो आशा वर्करज और संबधित गांव में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीम को ऑटो-कट प्रतिरक्षण सीरिंज उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि इस्तेमाल की गई सीरिंज का दुबारा उपयोग न हो सके। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की निगरानी के लिए सेक्टर स्तर पर एक चिकित्सक तथा 28 पर्यवेक्षकों को तैनात किया जाएगा।
सीएमओ ने जानकारी दी कि जिला में कार्यरत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व जिला पर कार्यरत मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन खसरा रूबैला के टीके लगाए जाएगें ताकि सौ फीसदी कवरेज सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने मीडिया के प्रतिनिधियोे से आग्रह किया इस टीकाकरण अभियान का प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक संचार माध्यमों से व्यापक प्रचार करें ताकि कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रह जाए।
इस मौके पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. निसार अहमद, जिला टीकाकरण अधिकारी डा. विनोद सांगल, डा. विधि सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।