हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : हमीरपुर के गांधी चोंक पर विशाल धरने प्रदर्शन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने पत्रकारों से कहा कि जितना सरकार गुडिय़ा मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। उतने ही नए तथ्य सामने आ रहे हैं। पहले मुख्यमंत्री की फ़ेसबुक पर कुछ लोगों के फोटो डाले गये। फ़ोटो बाद में हटा लिए गये। क्यूँ हटाये गये। बाद में किन्हीं और लोगों को पकड़ा गया, जिन को पकड़ा गया था। उनमे से एक गवाही देने को तैयार हो गया था। उसको उसी व्यक्ति के साथ सेल में इकठ्ठा रखा गया, जिसके खिलाफ उसने गवाही देनी थी।
धूमल ने कहा कि वहां उसकी हत्या हुई। क्या यह हत्या पुलिस ने की या फिर करवाई है या फिर उसी व्यक्ति ने हत्या की जो सेल में साथ था। यह भी संदेहास्पद है। धूमल ने कहा कि अब नई बात सामने आई है, जिस सूरज की हत्या हुई उसकी पत्नी ममता ने मीडिया को बताया है के उसके पति को कुछ प्रभावशाली लोग ले गये थे और ममता की बातों से लगता है की कुछ धनाड्य लोगों ने सूरज को कहा होगा की तुम हमारी जगह गुनाह कबूल कर लो। तुम्हे छ: महीने बाद छुड़ा लेंगे। तुम्हे भारी राशि देंगे। तुम्हारी बीवी और बच्चों को नेपाल पहुंचा देंगे। इसलिए सूरज ने अपनी पत्नी से कहा की थोडा सा कष्ट सहेंगे। लेकिन तुम्हे और बच्चों को साहब लोग नेपाल पहुंचा देंगे। छ: महीने बाद मैं भी सीधे नेपाल आ जाऊंगा फिर जो पैसा मिलेगा उससे हम अपनी जमीन छुड़ा लेंगे और आराम से नेपाल में ही रह कर अपनी जिन्दगी बसर करेंगे।
इस बात से स्थानीय लोगों और राजनितिक पार्टियों के उस शक की पुष्टि हो रही है की इस क़त्ल के पीछे कुछ और लोगों का हाथ है। यह बात साबित हो रही है। अब सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। सरकार इस्तीफ़ा दे। राष्ट्रपति शासन लगे और सीबीआई जांच कर असली मुजलिमों को पकडे उन्हें सजा मिले।