शिमला (एमबीएम न्यूज़) : रामपुर-शिमला नेशनल हाईवे पर खनेरी में हुई निजी बस दुर्घटना में 28 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 10 घायल हो गए। घटना के पीछे का कारण बस की रफ्तार तेज होना बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि तेज रफ्तार के कारण चालक ने संतुलन खो दिया और असंतुलित होकर बस पलट गई, वहीं यह भी कहा जा रहा है कि बस का टायर फटने से हादसा हुआ।
घटनास्थल से खनेरी अस्पताल महज चंद दूरी पर था, अस्पताल में मौजूद कर्मियों के अनुसार हादसे से पहले बस से फटने से जोरदार धमाके की आबाज सुनाई दी थी। जिससे अंदेशा जताया जा रहा है कि तीब्र गति से आ रही बस का टायर फट गया होगा और वह असंतुलित होकर गहरी खाई में जा गिरी। दुर्घटनास्थल पर सड़क खुली थी, लिहाजा मानवीय भूल ही हादसे का कारण मानी जा रही है।
सूत्र बताते हैं कि घटना के चंद सेकेंड पहले टायर फटने की आवाज आयी और जब तक यात्री कुछ समझ पाते, तब तक बस पलट चुकी थी। दिलचस्प यह है कि हादसा रामपुर से महज 3-4 किलोमीटर दूर हुआ। जानकारी अनुसार काल का ग्रास बने कुछ यात्रियों ने रामपुर बस अड्डे में उतरना था, लेकिन हादसे का शिकार हो गए।
बस पलटने के तुरंत बाद रामपुर कस्बे से सैकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंच गये और घटनास्थल से यात्रियों को निकालने के काम में प्रशासन की मदद की। इस हादसे में बस चालक घायल हुआ है, जिसका रामपुर में उपचार चल रहा है। अब पुलिस हादसे को लेकर चालक से पूछताछ कर तथ्य एकत्रित करेगी।
इधर, जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को दस-दस हजार रूपये फोैरी राहत राशि के रूप में प्रदान किए गए हैं।
उपायुक्त शिमला रोहन चन्द ठाकुर ने बताया कि 28 मृतकों में से 18 पुरूष, 9 महिला व एक बच्चा शामिल है। दुर्घटना में घायल हुए 10 व्यक्तियों में से चार को इन्दिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला रैफर किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा सुन्नी से एनडीआरएफ की टीम रामपुर के लिए भेजी गई है। सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड द्वारा पीडि़तों के परिजनों को शव ले जाने के लिए पिकअप गाडि़यां व ट्र्क उपलब्ध करवाए गए है। रोटरी क्लब द्वारा परिजनों को भोजन व अन्य सहायता की व्यवस्था की गई है।