शिमला (एमबीएम न्यूज़) : कोटखाई प्रकरण में शासन के खिलाफ लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। आरोपी की हिरासत में मौत का मामला तूल पकड़ते जा रहा है और भाजपा समेत अनेक सामाजिक संगठन सड़कों पर उतरकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला। रिज से लेकर सचिवालय तक विरोध प्रदर्शन हुए। भाजपा पुलिस पर मामले के असली गुनाहगारों को बचाने और सबूत मिटाने का आरोप लगा रही है।
गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिमला बंद किया। पार्टी ने बीते कल ही शहर की दुकानें बंद करने की अपील कर दी थी। शिमला बंद को लेकर भाजपा की अपील का अच्छा असर देखने को मिला और आज शिमला पूरी तरह बंद रहा। एतिहासिक मॉल रोड, लोअर बाजार, रामबाजार, उपनगर संजौली व अन्य बाजारों में आज रौनक गायब रही। व्यापारियों ने दिन भर दुकानें बंद रखीं। शिमला घूमने आए पर्यटक बंद और चक्का जाम से खासे परेशान हुए।
आज सुबह भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर में भ्रमण कर एक बार फिर दुकाने बंद करने की अपील की। कोटखाई प्रकरण के विरोध में शिमला व्यापार मंडल ने भी गुरूवार को बंद रखने का फैसला लिया है। इससे पहले भाजपा कार्यकर्ताओं ने विक्टरी टनल और सचिवालय के बाहर चक्का जाम किया। विक्टरी टनल पर कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा विधायक सुरेश भारद्वाज व अन्य नेता भी सड़क जाम कर बैठ गए। इस दौरान सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
दोपहर के समय एक समुह में आए कुछ प्रदर्शनकारियों ने राज्य सचिवालय पर हल्का पथराव किया, इससे यहां हालात तनावपूर्ण हो गए। प्रदर्शनकारी सचिवालय में घुसने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस की प्रदर्शनकारियों के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। सचिवालय की सुरक्षा में तैनात पुलिस बल ने सड़क मार्ग के दोनों गेट बंद कर प्रदर्शनकारियों को अंदर घुसने से रोका। शिमला नागरिक सभा के बैनर तले सैंकड़ों प्रदर्शनकारियों ने माल रोड मैदान पर धरना देकर धारा-144 का उल्लंघन किया। हाथ में बैनर लिए प्रदर्शनकारी गुडि़या के लिए इंसाफ की मांग कर रहे थे।