कुल्लू (नीना गौतम): उप शिक्षा निदेशक प्रारंभिक पर शिक्षिका द्वारा लगाए अभद्र व्यवहार का आरोप मामला उलझ गया है। शिक्षिका ने जहां उप निदेशक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है और एफआईआर दर्ज की है वहीं, अब शिक्षा उप निदेशक ने दूसरे दिन ही उक्त अध्यापिका को सस्पेंड कर दिया है। उप शिक्षा निदेशक का कहना है कि उक्त शिक्षिका द्वारा ओबीसी के फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी हथियाई गई थी और इसकी विभागीय जांच लंबे समय से चली थी। उन्होंने बताया कि विभाग को एससी व एसटी कमीशन से शिकायतकत्र्ता के आधार पर जांच शुरू की थी और विभाग ने एसडीएम गोहर को प्रमाण पत्र की सत्यता जांचने के लिए पत्र भेजा था। एसडीएम गोहर से 10 जुलाई को रिपोर्ट हमारे पास पहुंची और जिसमें उक्त शिक्षिका के प्रमाण पत्र फर्जी साबित हुए हैं। लेकिन उक्त शिक्षिका ने अपने आप को विभागीय जांच व कार्यवाही से बचने के लिए मुझ पर ही छेड़खानी के आरोप लगाए हैं जो निराधार हैं। लिहाजा, फर्जी सर्टिफिकेट से नौकरी हथियाने पर जिला के एक सरकारी स्कूल में तैनात महिला पीईटी को प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक ने सस्पेंड किया है। हाल ही में उक्त महिला पीईटी प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक पर छेड़छाड़ का आरोप लगा चुकी हैं। इस संबंध में महिला पुलिस थाना में केस भी दर्ज है।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग कुल्लू के उपनिदेशक की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि उक्त महिला पीईटी की तैनाती सरकारी स्कूल में ओबीसी कोटे के तहत हुई है। लेकिन बाद में ओबीसी सर्टिफिकेट से फर्जी पाया गया है। जिस पर उक्त महिला पीईटी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल पर लाई गई है। निलंबित करने के साथ उक्त महिला पीईटी को जिला मुख्यालय स्थित एक स्कूल में तैनात किया गया है। आदेश में कहा गया है कि वह प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक कुल्लू की आज्ञा के बगैर जिला मुख्यालय नहीं छोड़ सकती हैं। उल्लेखनीय है कि उक्त महिला पीईटी ने आरोप लगाया है कि प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक ने जानबूझ कर उसे जवाबतलब कर कार्यालय बुलाया और उसके साथ छेड़छाड़ की। यही नहीं महिला शिक्षिका ने यह भी आरोप लगाए हैं कि उक्त निदेशक कभी कमरे में आने को और कभी रेस्ट हाउस में आने को कहता था।
आरोपी प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक ने मामले में गिरफ्तारी के डर से कोर्ट से अग्रिम जमानत ली है। जबकि प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक ने इस मामले में सभी आरोपों को निराधार बताया है और जालसाजी कर झूठे प्रमाण पत्र से नौकरी हासिल करने के मामले में खुद को बचाने के लिए झूठे आरोप लगाने का दावा किया है। प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक कुलवंत पठानिया ने बताया कि फर्जी प्रमाण पत्र की सहायता से नौकरी हासिल करने पर पीईटी को सस्पेंड किया गया है। नियमानुसार कार्रवाई अमल पर लाई गई है। बहरहाल, यह मामला पूरी तरह से उलझ गया है और उप निदेशक ने पुलिस को भी इसकी शिकायत दे दी है। वहीं, एसपी कुल्लू पदम चंद ने बताया कि इस तरह की शिकायत आई हैं और मामले की गंभीरता को देखते हुए छानबीन की जा रही है। अब यह मामला पूरी तरह से उलझ गया है और इस फर्जीबाड़े में कई अधिकारी लपेटे में आ सकते हैं।