नेरचौक (अमीता सेन ): विकास खंड बल्ह के ग्राम पंचायत ट्रोह पंचायत प्रधान को सार्वजनिक धन का दुरुपयोग करने पर निलंबित कर दिया गया है। पंचायती राज विभाग ने यह कार्यवाही अधिनियम 1994 की धारा 145 (1)( ग) के तहत की है। बता दें कि गांव के कुछ लोगों द्वारा प्रधान पर अपने कर्तव्य निर्वाहन व अनियमिताएं तथा सरकारी धन का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए थे। जिनकी जांच पर विभाग ने आशंका जताते हुए तथ्यों व साक्ष्यों की जांच करने के लिए प्रधान को निलंबित कर दिया है कि प्रधान पद पर रहते हुए तथ्यों से छेड़छाड़ कर जांच को प्रभावित ना किया जा सके। तीसरी बार बने हैं प्रधान: ग्राम पंचायतों ट्रोह के प्रधान दिनेश कुमार गत लगभग 12 वर्ष से प्रधान पद पर आसीन है। पंचायत के लोगों ने उनके कार्यों में शंका जाहिर करते हुए दूसरे कार्यकाल में हुए कार्यों की सूचना के अधिकार के तहत कुछ जानकारियां हासिल की ।जिसमें पाया गया कि उक्त प्रधान ने विकास कार्यों पर खर्च धन का दुरुपयोग किया है।
सूचना के अधिकार से हुआ खुलासा: पंचायत के ठाकर सिंह सुंका राम, धर्म सिंह, तेज सिंह तथा मेहर सिंह ने सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त सूचना में पाया कि वर्ष 2014-15 और 2015 -16 के दौरान प्रधान ने लगभग 45 लाख रुपय के कार्य करवाए, जिसमें से लगभग आधा दर्जन कार्य ऐसे थे जिनकी ठेकेदार को अदाएगी की गई और ठेकेदार के खाते से सीधे प्रधान की पत्नी के खाते में धन ट्रांसफर हुआ है। ठेकेदार के खाते से करीब 6.30 लाख के करीब धन प्रधान की पत्नी के नाम ट्रांसफर हुआ है।
शिकायतकर्ताओं को अदालत में जाने पर मिला न्याय: पंचायत के ठाकर सिंह, धर्म सिंह, सुंका राम, तेज सिंह व मेहर सिंह का कहना है कि पंचायत प्रधान दिनेश कुमार की कार्य प्रणाली हमेशा ही भेदभावपूर्ण रही है। प्रधान ने अपने परिवार व नजदीकी रिश्तेदारों को नियमों को ताक पर रख लाभ पहुंचाने के कार्य किए हैं किए हैं ।जिस पर उन्होंने विभाग को शिकायत की, लेकिन प्रधान की राजनीतिक पहुंच के चलते शिकायत के आधार पर विभागीय कार्यवाही अमल में लाने में हमेशा ढुल मुल रवैया अपनाया गया। जैसे ही शिकायत कर्ताओं ने अदालत में अपील की तो पेशी से एक दिन पूर्व ही विभाग ने प्रधान को निलंबित कर दिया और आरोपों की जांच में सहयोग करने के निर्देश जारी कर दिए।
वहीं जिला पंचायत अधिकारी गिरीश समरा का कहना है कि ग्राम पंचायत ट्रोह के प्रधान पर लगाए गए आरोपों के आधार पर निलंबित कर दिया गया है। प्रधान को जांच में सहयोग के निर्देश जारी किए गए हैं।