बद्दी (एमबीएम न्यूज) : बरसात की आड़ में एक बार फिर औद्योगिक क्षेत्र बरोटीवाला के कुल्हाड़ीवाला में सालवन ग्रीन उद्योग द्वारा पोल्यूटिड केमिकल वाटर छोड़ दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में जारी निर्देशों के बावजूद गत्ता उद्योग से प्रदूषित पानी को सीईटीपी प्लांट को देने की जगह प्रबंधन खुले नाले में बहा रहा है। कुल्हाड़ीवाला के स्थानीय लोगों द्वारा उद्योग की इस गैर-कानूनी हरकत को बाकायदा वीडिया बनाकर प्रदूषण विभाग को सबूत के तौर पर सौंपने जा रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में जैसे ही बारिश के साथ नाले बहने लगते हैं उद्योग का काला केमिकल वाला पानी भी इसमें बहना शुरू हो जाता है। इस कारण क्षेत्र में लगी फसलें खराब हो रही है, जमीन बंजर बन रही है व पालतु पशु भी बीमार हो रहे हैं।
प्रदूषण बोर्ड करे शीघ्र कार्रवाई
युवा इंटक के जिलाध्यक्ष राजन गोयल ने कहा कि प्रदूषण बोर्ड उद्योग को शीघ्र दागी उद्योगों पर शिकंजा कसना चाहिए। उन्होने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशो के बावजूद उद्योग उल्लंघन करते हुए नाले में केमिकल वाले पानी को गिरा रहा है। उन्होंने कहा कि इस दफा ग्रामीणों द्वारा इसकी पूरी वीडियोग्राफी को तैयार किया गया है। जिसे प्रदूषण बोर्ड के आला अधिकारियों सहित प्रशासन व सरकार तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने दागी उद्योग पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई।
हाईकोर्ट की विशेष कमेटी भी कर चुकी बिजली डिस्कनेक्ट
गौरतललब है कि हाल ही में हाईकोर्ट द्वारा उद्योगों के दूषित पानी को सीईटीपी प्लांट तक पहुंचाना सुनिश्चित बनाने के लिए विशेष कमेटी गठित हुई थी। इसी कमेटी की सिफारिश पर उद्योग के बिजली कनेक्शन को प्रदूषण नियामकों की अवहेलना पर काट दिया गया था। हालांकि यह कनेक्शन बाद में कुछ दिनों बाद ही चालू कर दिया गया था।
उद्योग बर्बाद कर रहा किसानों की जमीन व पशुपालन
उद्योग के प्रभावित पंचायत सुरजपुर के प्रधान मनमोहन सिंह ने कहा कि उनकी ओर से उद्योग के प्रदूषण को लेकर कई दफा शिकायतें की जा चुकी है। इसके बावजूद भी उद्योग पर कोई स त कार्रवाई नहीं की जाती है। जिसका परिणाम क्षेत्र के लोगों को अपनी जमीन के बंजर होने तथा पालतु जानवरों को लग रही बीमारियों के रूप में भुगतनी पड़ रही हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार पर उद्योग के खिलाफ एक्शन में ढील देने के आरोप लगाए।