नाहन (एमबीएम न्यूज): शहर के वरिष्ठ पत्रकार शैलेंद्र कालरा के खिलाफ पत्रकार रह चुकी महिला अंजली त्यागी ने कई आरोप लगाए हैं। मंगलवार शाम बड़ा चौक बाजार में धरने पर बैठ गई है। इसमें पांवटा साहिब से आए कुछ पत्रकार भी समर्थन दे रहे हैं। दो पन्नों का इश्तहार वितरित किया जा रहा है। इसमें दो अन्य वरिष्ठ पत्रकारों पर भी यह कहते हुए आरोप लगा रही है कि उसका सामाजिक बहिष्कार हो रहा है।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क द्वारा जुटाई जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने इस मसले पर तालमेल बिठाने की कोशिश की, लेकिन सिरमौर प्रेस क्लब के सदस्य बहुमत से इस बात पर सहमत नहीं हुए। हाल ही में धरने पर बैठी महिला ने फेसबुक व व्हाटस एप पर भी पत्रकार शैलेंद्र कालरा के खिलाफ पिछले कुछ समय से मुहिम छेड़ी हुई थी। सनद रहे कि पत्रकार शैलेंद्र कालरा ही एमबीएम न्यूज नेटवर्क के संस्थापक हैं।
क्या हैं आरोप..
1. इश्तहार में सवाल नंबर-5 पर महिला ने पूछा है कि नाहन में सिर्फ दिव्य हिमाचल व एमबीएम न्यूज ने ही मेरे खिलाफ खबरें क्यों प्रकाशित की। मुझे कथित महिला पत्रकार क्यों कहा गया।
2. सवाल नंबर-6 पर एमबीएम न्यूज में शैलेंद्र कालरा मुझे कथित महिला पत्रकार लिखते हैं। साथ ही मेरा नाम भी छापा जाता है। आपके पास इस न्यूज को प्रकाशित करने का क्या आधार था तो मेरा पक्ष क्यों नहीं लिया गया।
3. सवाल नंबर-8 में तीन पत्रकारों द्वारा प्रदेश में मेरे बारे में गंदी व शर्मनाक बातें फैलाई गई। महिला सीधे-सीधे लफ्जों में कह रही है कि अपमान सहन नहीं कर सकती।
4. सवाल नंबर-9, इसमें भी खुद को पत्रकार बताने वाली महिला ने कहा है कि जब प्रेस क्लब में शैलेंद्र कालरा की शिकायत की गई तो आपने कहा कि यह मेरा व्यक्तिगत मैटर है। आखिर मेरे साथ भेदभाव क्यों।
मुझे नाहन के पत्रकारिता के ठेकेदारों से जवाब चाहिए कि आखिर वो कौन होते हैं मेरे चरित्र को अपने अनुसार परिभाषित करने वाले।
चूंकि मामला बेहद संवेदनशील है, लिहाजा इसमें पत्रकार शैलेंद्र कालरा से भी जवाब मांगा गया है। इस बारे शैलेंद्र कालरा का कहना है कि महिला कुछ समाचारपत्रों में कार्य कर चुकी है। सिरमौर प्रेस क्लब ने उसे निष्कासित करने का सामूहिक फैसला लिया था। इसमें कोई भी व्यक्तिगत मामला नहीं था। उन्होंने कहा कि एक हिन्दी समाचारपत्र के कार्यालय में घुसकर महिला ने ब्यूरो चीफ पर हमला किया था।
इस पर उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है। उन्होंने कहा कि महिला को अपना अधिकार मांगने का हक है, लेकिन दादागिरी के साथ मानहानि को सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि महिला होने का फायदा उठाकर पुरुष पत्रकारों को प्रताडि़त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम पर तीन लोगों के खिलाफ 50 लाख रुपए की मानहानि का दावा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 21 साल के जर्नलिज्म कैरियर में कई माफियाओं से टकराव हुआ है। लिहाजा इस मामले को भी संयम से झेलने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग प्रोफैशनल रंजिश के कारण बौखलाहट में साजिश रच रहे हैं।
कालरा ने कहा कि आपराधिक मामलों में आरोपी से पक्ष नहीं लिया जाता है, बशर्ते मामला संवेदनशील न हो।
गौर हो कि न्यूज में केवल उन्हीं बिन्दुओं को प्रकाशित किया जा रहा है, जो एमबीएम न्यूज नेटवर्क से संबंधित हैं।