मंडी (वी कुमार) : द्रंग और गुम्मा की नमक खानों से निकलने वाले नमक पर बंजारों का भी पूरा अधिकार होगा और उन्हें पहले की तर्ज पर ही महीने में दो या फिर तीन बार नमक दिया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ हिन्दुस्तान सॉल्ट लि. व्यापारियों को नमक देने के लिए नई सेल पालिसी का गठन करेगा।
वर्षों से बंद पड़ी जिला की चट्टानी नमक खानों में जल्द ही रौनक लौटने वाली है। बड़ी बात यह है कि यहां पर निकलने जा रहे नमक में बंजारों की भी बराबर की हिस्सेदारी होने वाली है। बता दें कि वर्षों पूर्वस्थानीय और दूर-दराज के इलाकों के लोग द्रंग और गुम्मा की खानोंसे नमक लेने के लिए आते थे और उन्हें बंजारा कहा जाता था।
इन बंजारों को काफी रियायती दरों पर नमक दिया जाता था, क्योंकि यह नमक वह अपने घरेलू इस्तेमाल के लिए ले जाते थे। अब जब द्रंग में दोबारा से चट्टानी नमक निकलने जा रहा है जो फिर से बंजारों से उसी हक की बात सामने आने लगी थी।
हिन्दुस्तान साल्ट लि. के सीएमडी एसपी बंसल ने बताया कि बंजारों का जिक्र कागजों में भी किया गया है और उन्हें हर हाल में नमक मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि नमक निकालने का मुख्य उद्देश्य ही यह है कि स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके और उनकी नमक की जरूरतों को पूरा किया जा सके।
वहीं अगर नमक की सेल पालिसी की बात की जाए तो उसके लिए भी हिन्दुस्तान साल्ट लि. ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। नमक के जो पुराने व्यापारी हैं, उन्हें सेल पालिसी में तरजीह देने की बात अधिकारियों द्वारा कही जा रही है। हालांकि नमक किस दाम पर मिलेगा यह अभी तय नहीं हुआ है क्योंकि हिन्दुस्तान साल्ट लि. पहले अपनी लागत से अधिक का मुनाफा करने की सोच रहा है।
हिन्दुस्तान साल्ट लि. के सीएमडी एसपी बंसल ने बताया कि सोसायटी या फिर ग्रुप का गठन करके सेल पालिसी बनाई जाएगी और उसी के तहत नमक की बिक्री की जाएगी।
ज्ञात रहे कि द्रंग और गुम्मा की खानों से निकलने वाले नमक का स्थानीय लोग तो इस्तेमाल करते ही हैं लेकिन इस नमक की देश सहित विदेशों में भी भारी मांग है। नमक निकलने की प्रक्रिया शुरू होने में हालांकि थोड़ा समय शेष है, लेकिन नमक निकलते ही हजारों की संख्या में लोगों को कारोबार मिलेगा और अभी देश में जो विदेशों से चट्टानी नमक आयात किया जा रहा है उस पर भी विराम लगेगा।