शिमला (एमबीएम न्यूज़) : नगर निगम चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद भाजपा और कांग्रेस कैंपों में जो घटनाक्रम देर रात तक चलता रहा, उससे ऐसा निश्चित लगने लगा है कि महापौर व उपमहापौर के पदों पर भाजपा के प्रत्याशी ही विराजमान होंगे। भाजपा के विजयी 17 पार्षद और एक निर्दलीय पार्षद राकेश कुमार देर शाम तक भाजपा कार्यालय दीपकमल में एकत्रित हुए और विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल तथा अन्य भाजपा नेताओं जिनमें स्थानीय विधायक सुरेश भारद्वाज, निगम चुनाव प्रभारी राजीव बिंदल से मिले।
इससे पूर्व नगर के कुछ क्षेत्रों में यह भी चर्चा चल चुकी थी कि कांग्रेस निर्दलीय विजयी पार्षदों को अपनी ओर खींचने की कोशिश में उनका अपहरण भी कर सकते हैं। इस अफवाह को भाजपा क्षेत्रों में हल्के से नहीं लिया गया और सभी उपयुक्त संभावनाओं को विचार विमर्श किया। इससे पहले विजयी कांग्रेसी पार्षद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह तथा अन्य कांग्रेसी नेताओं से भी मिल चुके थे।
भाजपा की ओर से इस अफवाह के दृष्टिगत सभी आवश्यक बचाव पर गहनता से मंथन किया गया। यह भी कहा जाता है कि एक निर्दलीय विजयी पार्षद राकेश कुमार कल सोमवार तक भाजपा नेताओं के सान्निधय में ही रहेंगे। सूत्र बताते हैं कि निर्दलीय विजयी पार्षद राकेश कुमार पूरी तरह से भाजपा में शामिल हो चुके हैं और उनको उपमहापौर पद के लिए भाजपा प्रत्याशी बनाया जा रहा है जबकि महापौर पद के लिए अनाडेल वार्ड से विजयी पार्षद कुसुम सदरेट प्रत्याशी होंगी।
हाईकोर्ट के निर्देशानुसार राज्य चुनाव आयुक्त ने सूचना जारी कर दी है कि सोमवार को न केवल नए निर्वाचित पार्षदों को सपथ दिलाई जाएगी, बल्कि महापौर व उपमहापौर के चुनाव भी होंगे।
यदि कल सोमवार को दोनों पदों के चुनाव होने तक सब कुछ ठीक ठाक रहा तो निश्चित है कि भाजपा तीन दशकों बाद शिमला नगर निगम पर अपना प्रभुत्व जमा लेगी। भाजपा के एक नेता ने कहा कि नगर निगम के परिणामों के बाद पार्टी नेताओं को अपने अल्प बहुमत को लेकर ज्यादा आत्मविश्वास में नहीं रहना चाहिए और विधानसभा चुनाव होने तक कड़ी मेहनत पर जोर देना चाहिए।