रिकांगपिओ (जीता सिंह नेगी) : पर्यावरण, एड्स व तंबाकू निषेध दिवस इत्यादि पर स्कूली बच्चों की रैलियां निकलती है। धूप या बारिश में भी बच्चें नारों की तख्तियां लेकर सडक़ों पर नजर आ जाते है। लेकिन किन्नौर पुलिस ने छात्रों की ताकत को समझते हुए अनोखी पहल की है। क्योंकि बच्चें अपने माता-पिता के अलावा परिवार के अन्य सदस्यों को जागरूक करने में बडी भूमिका निभा सकते है। सडक़ हादसे न हों, नशाखोरी व हादसों में घायलों को उपचार मिलें इसी मकसद को लेकर पुलिस ने बच्चों के लिए एक शपथ बनाई है। किन्नौर पुलिस की इस कदम की सोशल मिडिया में सराहना हो रही है। एसपी रोहित मालपानी का कहना है कि स्कूली छात्र संचार का एक बेहतरीन माध्यम होते है।
शपथ
मै भारत का / की नागरिक यह शपथ लेता / लेती हूं कि प्रत्येक नागरिक की सडक दुर्घटना के दौरान पूरी जिम्मेवारी से हरसंभव सहायता करूंगा / करूंगी तथा चोटिल व्यक्ति को ईलाज हेतु तुरंत अस्पताल पहुंचाऊंगा / पहुंचाऊंगी। मै कभी भी शराब, भांग व आदि किसी भी प्रकार का नशा नहीं करूंगा / करूंगी तथा न ही कभी शराब पीकर वाहन चलाऊंगा / चलाऊंगी ।
अगर मुझे किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना प्राप्त होती है अथवा इसका संदेह होता है तो मैं तुरंत पुलिस को सूचित करूंगा/ करूंगी व कानून का पूर्णतया पालन करूंगा / करूंगी। किसी भी प्रकार के आपदा के समय उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दूंगा/दूंगी व स्वंय भी उनकी सहायता करूंगा/ करूंगी। मै अपने माता-पिता व शिक्षकों का सम्मान करूंगा / करूंगी।
मै अपने से बडे व छोटे सभी से एक समान व्यवहार करने, बुर्जुगों व स्त्रियों का सम्मान करने की प्रतिज्ञा लेता/लेती हूं। मैं एक जिम्मेवार नागरिक की भूमिका निभाते हुए सभी को अच्छे आचरण की सलाह भी दूंगा/दूंगी । मै अपने देश का अनुशासित व उत्तरदायी नागरिक बनने का संकल्प करता/करती हूं।