बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : शराब के ठेकेदारों द्वारा जगह – जगह पर खोले गये शराब के ठेके को लेकर प्रदर्शन हो रहे है। नशे की दुकान के खिलाफ महिलाओं का धरना-प्रदर्शन जारी है। जिला के नम्होल क्षेत्र में गुस्साई महिलाओं ने मंगलवार को शराब के ठेके का शटर बंद करवा दिया और खुद ठेके के बाहर धरने पर बैठ गई । धरने के बाद इन महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की ।
गौरतलब है कि प्रदेश में हर ओर महिलाएं शराब ठेकों का विरोध कर रही हैं। कहीं प्रदर्शन हो रहा है, तो कहीं ठेकों को जलाया जा रहा है। पर सरकार और प्रशासन इस और कोई भी कार्रवाई नही कर रहा है । नम्होल में खुल रहे ठेके को लेकर इन महिलाओं ने यहाँ पर ठेका न खोलने के लिए प्रशासन के पास अपील की थी जिसके बाद यहाँ पर ठेका खुलने के बाद महिलाओं ने एनएच 205 पर चक्का जाम कर इस शराब के ठेके को यहाँ से हटाने के लिए प्रदर्शन किया था। करीब दो घंटे के चक्का जाम के बाद प्रशासन ने 12 जून तक इस ठेके को यहाँ से हटाने का आश्वाशन दिया था, पर प्रशासन यहाँ से ठेका हटाने में नाकाम रहा। नतीजन महिलाओं ने इकठ्ठा हो ठेके पर हमला बोलते हुए सेल्समेन से ठेके का शटर बंद करवा कर ताला लगवा दिया।
महिलाओं का कहना है कि हम इस ठेके को हर स्थिति में बंद करवा कर ही रहेंगे चाहे हमारे ऊपर विभाग केस दर्ज करे । शराब ठेके के विरोध में उतरी महिलाओं का कहना है कि उन्होंने शराब ठेका खुलने से पहले ही इसका विरोध किया था, लेकिन प्रशासन ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। महिलाओं का कहना है कि पहले तो वह शांति से ठेके को हटाने की मांग करती रही। उन्होंने तहसीलदार सोहन लाल ठाकुर को इस बारे में ज्ञापन सौंपा था, लेकिन बावजूद इसके ठेके के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। महिलाओं ने उपायुक्त को भी इस बारे शिकायत पत्र सौंपा था, लेकिन प्रशासन ने भी कोई कदम नहीं उठाया। जिसके फलस्वरूप आज उन्हें यहाँ पर ठेका बंद करवा कर धरना देना पड रहा है ! महिलाओं का कहना है कि ठेका ऐसी जगह हैं, जहां से क्षेत्र की महिलाओं और स्कूली बच्चों का आना जाना होता है। रास्ते पर शराबियों के होने ने उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
नमहोल के तहसीलदार सोहन लाल ने बताया की हमने अपनी टीम के साथ उस जगह की निशानदेही कि तो वह जगह सरकारी Pwd विभाग की पाई गई तहसीलदार नमहोल ने Pwd विभाग को लिखित रुप में इसका नोटिस दे दिया है।