बद्दी (एमबीएम न्यूज़) : केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए नियमों के विरोध में राष्ट्रव्यापी हडताल के तहत बददी बरोटीवाला व नालागढ़ के निजी अस्पताल बंद रहे। बीबीएन के तमाम अस्तपालों में ओपीडी बंद रहे। भारी गर्मी में दूरदराज से दवा दारु कराने आए मरीजों को इधर उधर धक्के खाने पडे। अधिकांश मरीजों को सरकारी औषधालयों पर निर्भर रहना पडा। हडताल के कारण आज सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड देखी गई।
बीबीएन निजी अस्पताल एसोसिएशन के सदस्यों डा विमला भारद्वाज, डा मुकेश मल्होत्रा, डा चिरंजी लाल भारद्वाज एवं डा. सुधीर गुप्ता आदि ने बताया कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के ऐलान पर देशभर के डॉक्टर मंगलवार को हड़ताल पर रहे जिसमें बददी बरोटीवाला क्षेत्र भी शामिल रहा। उन्होने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में सरकारी नीतियों के खिलाफ वे यह कदम उठा रहे हैं। उन्होने बताया कि हमारी मुख्य मांगों में हॉस्पिटल, डॉक्टर और मेडिकल सेक्टर पर हिंसा के खिलाफ सख्त कानून बनाया जाए, डॉक्टर और उनके चिकित्सकीय प्रतिष्ठानों के रजिस्ट्रेशन सिंगल विंडो से किया जाए व लाइसेंस राज समाप्त किए जाए आदि शामिल हैं।
इसके अलावा उनकी मुख्य मांगों में एमसीआई को भंग करने से बेहतर उसमें सुधार किया जाए , नेशनल एक्जिट टेस्ट के प्रस्ताव को खारिज कर एक समान फाइनल एमबीबीएस परीक्षा कराई जाए केवल जेनरिक दवाओं को लिखने की बाध्यता न हो। डा मुकेश मल्होत्रा ने बताया कि जेनरिक और ब्रांडेड दवाओं के मूल्य में ज्यादा अंतर न हो वहीं स्वास्थ्य बजट को 1 प्रतिशत से बढ़ाकर 2.5 प्रतिशत किया जाए।
डॉ. सुधीर गुप्ता ने कहा कि डॉक्टरों को इलाज और जांच लिखने की पेशेवर स्वतंत्रता मिले। एक हफ्ते के अंदर इंटर मिनिस्ट्रियल कमेटी के रिपोर्ट पर लागू किया जाए। निजी अस्पताल एसोसिएशन ने कहा कि आज हमने उपरोक्त मांगों के विरोध में आज पूरा दिन ओपीडी बंद रखी व आपातकाल कक्ष में काले बिल्ले लगाकर विरोध जताया। उन्होने कहा कि हमारा यह विरोध आगे भी जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार नियमों में बदलाव नहीं करती।