– दीपू कोच बस बंद होने के कारण दो बसों की सवारियां आ रही एक बस में
मनीषा ठाकुर । हरिपुरधार – बढ़ोल से हरिपुरधार आने वाले यात्रियों को 14 किमी का सफर रोजाना अपनी जान जोखिम में डाल कर करना पड़ रहा है। बढोल से हरिपुरधार के लिए सुबह तीन बसें चलती है। पहली बस सुबह 6 बजे, दूसरी 7 बजे व तीसरी बस 8 बजे चलती है। सुबह सबसे पहले चलने वाली सरकारी बस का समय जल्दी होने के कारण उस बस में हरिपुरधार तक कम सवारियां आती है। उसके बाद निजी बस दीपू कोच का बढ़ोल से चलने का समय सुबह 7 बजे है। हैरानी की बात यह है कि दीपू कोच की यह बस पिछले डेढ़ वर्षो के दौरान एक बार भी बढ़ोल नही गई है। उस बस की सारी सवारियों को बढ़ोल से 8 बजे चलने वाली एक अन्य निजी बस का इंतजार करना पड़ता है। 8 बजे चलने वाली निजी बस में सवारियों की इतनी भीड़ होती है कि बस के अंदर तो दूर की बात छत के उपर भी सवारियों को बैठने के लिए जगह नही मिलती। उस बस में रोजाना एक सौ से अधिक सवारियां हरिपुरधार तक का सफर जान जोखिम में डाल कर करती है। सवारियों की मजबूरी यह है कि दीपू कोच बस के न आने से उनके पास हरिपुरधार तक पहुंचने के लिए मजबूरन इसी बस में यात्रा करनी पड़ती हैै। क्योंकि 8 बजे के बाद बढ़ोल से हरिपुरधार के लिए कोई बस सेवा नही है।
आरटीओ नही कर रहे कार्यवाही
बढ़ोल वार्ड की बीडीसी सदस्य चंद्रकला शर्मा ने बताया कि लोगों की जान के खतरे को देखते हुए उन्होने आरटीओ नाहन को एक पत्र भेजा था जिसमें लगभग डेढ़ साल से बढ़ोल नही आने वाली दीपू कों कोच को बढ़ोल तक भेजने की मांग की थी। चंद्रकला ने बताया कि उन्होंने यह भी मांग की थी कि यदि दीपू कोच के मलिक अपनी बस को बढ़ोल भेजने में आनाकानी करते है तो उनका रुट परमिट रद्द करके किसी और ऑपरेटर को दिया जाए। उन्होने हैरानी जताते हुए कहा कि आरटीओ ने न तो बढोल के लिए चलाने के आदेश दिए है और नही उसका रुट रद्द किया।