उमेश ललित धर्मपुर (मंडी) : वन परिक्षेत्र धर्मपुर के अंतर्गत आने वाली लुधियाना बीट में अचानक लगी भीषण आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया और रिहायशी इलाके में पहुंच गई। हालांकि लुधियाना, बनेरडी और दौइं के ग्रामीणों ने आग पर आंशिक रूप से काबू पा लिया है, लेकिन चीड़ की सूखी पत्तियों और घासनियों में मौजूद घास से स्थिति कभी भी ख़राब हो सकती है।
मंगलवार सुबह ग्यारह बजे किसी की घासनी से बेकाबू आग जंगल में फैल गई और देखते ही देखते दो हेक्टेयर वन क्षेत्र में लगे पेड़ पौधों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। उसके बाद यह भीषण आग एनएच70 के साथ बसे गांव तक पहुंच गई जिससे कि प्रभी देवी पत्नी छांगू राम के रिहायशी मकान और गौशाला के जलने का खतरा उत्पन्न हो गया। मौके पर पहुंचे वन खंड अधिकारी रोशन लाल और बीट गार्ड नरेश कुमार की सहायता के लिए बनेरडी, लुधियाना और दौइं के ग्रामीण आ पहुंचे और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
वन विभाग के खंड अधिकारी रोशन लाल ने बताया कि किसी व्यक्ति ने अपनी घासनी में कंटीली झाड़ियों को जलाने के लिए आग लगाई थी लेकिन तेज हवाओं से यह वन क्षेत्र में फ़ैल गई जो बाद में रिहायशी इलाके तक पहुंच गई। उन्होंने बताया कि प्रभी देवी के अलावा रमेश चंद, अमर सिंह, राजकुमार और सोहन सिंह की गौशालाएं जलकर राख हो जाती अगर इक्कठे हुए ग्रामीण आग बुझाने में न जुटते।
गांव वालों रमेश, प्रेम सिंह, भोला राम पालसरा, अजय कुमार, मीना ठाकुर आदि ने बताया कि आग इतनी भीषण थी कि मात्र कुछ मिनटों में कई बीघा जमीन पर फैल गई और पेड़ पौधे धू धू कर जलने लगे।
उधर, वन परिक्षेत्राधिकारी धर्मपुर श्याम लाल ने स्थानीय ग्रामीणों से आग्रह किया कि जब तक फायर सीजन नहीं बीतता और बारिश शुरू नहीं होती तब तक अपनी घासनियों में आग लगाने से परहेज करें।अगर कोई व्यक्ति इस प्रकार की हरकत कर वन संपदा को नुक्सान पहुंचाता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई जाएगी।
धर्मपुर के लुधियाना जंगल में लगी भीषण आग