नाहन (एमबीएम न्यूज): हरिपुरधार के बियोंग सडक़ हादसे में 26 साल के राजेश की दर्दनाक मौत हो गई। यह नौजवान न केवल अपने भाई के व्यवसाय में कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा था, बल्कि चंद सप्ताह में पिता भी बनने वाला था। होनहार बेटे को खो देने पर गांव के लोगों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। पांच साल पहले ही नौजवान ने अपनी मां को खो दिया था। एक साल पहले ही राजेश परिणय सूत्र में बंधा था। पत्नी 7-8 महीने की गर्भवती है।
आप यह जानकर भी हैरान रह जाएंगे, इस गांव ने एक साल के भीतर सडक़ हादसों मेंं तीन नौजवान खो दिए हैं। उपप्रधान ओमप्रकाश सिंगटा, जागर सिंह, सुरेश सिंगटा, बलबीर, नरेश, चमन व बलदेव इत्यादि ने नौजवानों के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
तीसरे दिन भी हादसों का सिलसिला जारी..
शुक्रवार शाम साढ़े 7 बजे शुरू हुआ सडक़ हादसों का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। राजगढ़, पांवटा साहिब व संगड़ाह उपमंडलों में तीन ऐसे हादसे हुए, जो कै्रश बैरियर लगे होने की सूरत में टल सकते थे। रविवार को भी राजगढ़ उपमंडल से सडक़ हादसे की खबर आई है। इन हादसों में 9 लोगों ने जान गंवाई, जबकि पांच घायल हुए हैं।
क्या ऐसे ही जाते रहेंगे जीवन..
यकीन मानिए, लोक निर्माण विभाग के संगड़ाह मंडल में पिछले चार सालों में हुई सडक़ दुर्घटनाओं में तकरीबन 95 लोगों ने अपना जीवन गंवाया है। अगर अन्य क्षेत्रों को भी शामिल कर लिया जाए तो आंकड़ा 125 पार कर सकता है। विडंबना देखिए, पिछले 24 घंटों के भीतर सिरमौर में चार ऐसे सडक़ हादसे हुए, जहां से कारें खाई में लुढक़ गई। अगर इन जगहों पर क्रैश बैरियर लगे होते तो 8 जीवन बच जाते।
गौरतलब है कि एमबीएम न्यूज नेटवर्क पिछले डेढ़ साले से खतरनाक सडक़ों पर क्रैश बैरियर लगाने के मुद्दे को उठा रहा है, लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही। हालांकि शुक्रवार व शनिवार के सडक़ हादसों के बाद लोक निर्माण विभाग के मुख्य संसदीय सचिव विनय कुमार का केवल यह बयान जरूर आया है कि विभाग को कै्रश बैरियर लगाने के निर्देश दिए गए हैं।