शिमला (एमबीएम न्यूज) : कुछ समय से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में सीटों को लेकर मामला सोशल मीडिया में छाया हुआ है। शिकायत की जा रही है कि अगली व पिछली सीट के बीच की दूरी काफी कम होती है। इससे यात्रियों की टांगे फंसती हैं। सामान्य कद-काठी के यात्री के भी घुटने अगली सीट के बीच फंस जाते हैं।
पहाड़ी इलाकों में तंग सीट की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। लंबी दूरी में यात्रियों को असुविधा अधिक होती है। प्रश्न यह उठाया जा रहा है कि हरियाणा की बसों की तर्ज पर एचआरटीसी अपनी सामान्य बसों में सीटों का बदलाव क्यों नहीं कर सकता। यहां तक की सेमी डीलक्स बसों में भी सीट की बैक पीछे करने पर भी दूसरे यात्री को परेशानी होती है।
प्रदेश में एचआरटीसी के कमांडर तेजतर्रार मंत्री जीएस बाली है। खुद मंत्री सोशल मीडिया में काफी सक्रिय रहते हैं। फेसबुक लाइव पर भी मंत्री जी से कई सवाल इस बारे पूछे गए, लेकिन धरातल पर कोई कदम नहीं उठाया गया। लिहाजा एचआरटीसी की बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों का गुस्सा सोशल मीडिया में उतर रहा है। सोशल मीडिया में आ रही प्रतिक्रियाओं के मुताबिक बसें इतनी छोटी हैं, साथ ही सीटें तंग हैं।
सफर के दौरान कई बार ऐसा लगता है, जैसे डिब्बे में पैक कर दिया गया हो। इस पोस्ट के मुताबिक जिन अधिकारियों ने इन बसों को बनाने की अप्रूवल दी है, उन्हें हर महीने कम से कम 10 घंटे का सफर इन बसों में करना चाहिए। एक पोस्ट में तो ट्रांसपोर्ट मंत्री जीएस बाली को बिलासपुर से दिल्ली तक सफर करने की सलाह दी गई है।