शिमला (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सोमवार को दो दिग्गजों मुख्यमंत्री वीरभद्र और नेता विपक्ष प्रेम कुमार धूमल के बीच तीखी नोकझोंक हुई और सदन का माहौल तनावपूर्ण हो गया। क्षेत्रवाद के मसले पर दोनों ने एक-दूसरे पर जमकर तंज कसे।
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान धूमल ने जब मुख्यमंत्री वीरभद्र पर क्षेत्रवाद फैलाने का आरोप लगाया, तो अपनी सीट पर खड़े होकर वीरभद्र सिंह तपाक से बोले-प्रदेश में क्षेत्रवाद, जातिवाद की बीमारी फैलाने वाले आप हैं धूमल जी। आज लोग जातिवाद और निचला व उपरा हिमाचल की बात करते हैं, इस तरह की बांटने की विचारधारा आपकी है। इस मुददे पर आपने राजनीति की है।
इस पर धूमल का कहना रहा कि आप मेरे हल्के से भेदभाव कर रहे हैं। मेरे क्षेत्र से आईआरबी बैटालियन को जंगलबैरी से शिफट कर दिया गया। इतना ही नहीं हिमुडा का दफतर भी बदला गया। हमीरपुर तकनीकी विश्वविद्यालय का काम ठप्प पड़ा है। यह भेदभाव नहीं तो क्या है? वीरभद्र सिंह ने धूमल के बयानों को तथ्यहीन करार दिया और कहा कि हमीरपुर से उतना ही प्यार करता हूं, जितना शिमला को। धूमल ने जवाबी हमला बोलते हुए कहा कि आपके हल्के में जितना काम आपने किया है, उससे ज्यादा सड़कें वहां मेरे कार्यकाल में बनी हैं।
धूमल ने कहा कि सरकार ने अभिभाषण से राज्यपाल को भी गुमराह किया है और उनके माध्यम से पूरे प्रदेश को गुमराह कर रहे हैं। धूमल ने कांग्रेस पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वायदों का जिक्र करते हुए सरकार की घेराबंदी की। उन्होंने कहा कि कई वायदे अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि अभिभाषण में करीब 27 हजार बीघा क्षेत्र से भांग उखाड़ने का दावा किया गया, लेकिन हाल ही में मुख्य सचिव और डीजीपी ने 17627 बीघा क्षेत्र से भांग उखाड़ने के आंकड़े पेश किए थे।