नाहन (एमबीएम न्यूज): शहर का बेटा कंवर शमशेर सिंह ‘गोलू’ कतर में अपने जोड़ीदार अल हसन के साथ जेनरेशन अमेजिंग का हिस्सा बना है। यह कार्यक्रम कतर में फुटबॉल को प्रोत्साहित करने के लिए बना है। मई 2016 में अभियान शुरू हुआ था।
जेनरेशन अमेजिंग अभियान में डिलीवरी व लिगेसी कार्यक्रम में शमशेर को अल हुसैन के साथ कोच की भूमिका मिली है। बड़ी बात यह है कि कतर ही 2022 के FIFA वर्ल्ड कप की मेजबानी करने जा रहा है। शहर के रहने वाले शमशेर अपने रोजगार के सिलसिले में कतर गए थे। लेकिन बचपन से फुटबॉल खिलाड़ी रहने के कारण उन्हें मौका मिला है।
शमशेर का कहना है कि वह बेहद खुश हैं कि दक्षिण देशों के लोगों को एक साथ लाना है। उन्होंने कहा कि उन्हें आत्मविश्वास है कि टीम को हैंडल कर लेंगे। सितंबर 2015 में शमशेर ने कतर का रुख किया था। हाल ही में शमशेर ने दोहा में सुप्रीम कमेटी कार्यालय पहुंच कर अपने अनुभव को साझा किया। 38 साल के शमशेर का कहना है कि जेनरेशन अमेजिंग कार्यक्रम तकनीकी दक्षता में अहम भूमिका निभा रहा है।
इस अभियान का हिस्सा बनने पर शमशेर का कहना है कि वह हैरान थे कि एक छोटा सा देश अपनी संस्कृति के साथ-साथ फुटबॉल की दक्षता को बखूबी संभाले है। 2022 की मेजबानी मिलने से ही इस देश में फुटबॉल के प्रति जुनून का भी अंदाजा लगा। सनद रहे कि कतर 2011 में एशिया कप का भी मेजबान बन चुका है। इसमें इंडिया ने भी हिस्सा लिया था।
कतर से व्हाटस एप पर बातचीत में नाहन के अंबवाला के रहने वाले मनीष ठाकुर ने बताया कि शमशेर स्कूल टाइम से ही फुटबॉल का शौकीन रहा है। मनीष के मुताबिक पिछले साल ही वर्क परमिट पर शमशेर कतर आया था। यहां पहुंच कर अपनी प्रतिभा के दम पर नाम कमा रहा है। मनीष का कहना है कि एमबीएम न्यूज नेटवर्क के माध्यम से वह अपने प्रदेश के साथ हर पल जुड़े रहते हैं।