शिमला (एमबीएम न्यूज): प्रदेश की बागडोर सातवीं बार संभालने के मकसद से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पूरी ताकत से मेहनत में लग गए हैं। अगर कामयाब हुए तो एक रिकॉर्ड तो बना ही लेंगे। साथ ही केंद्र में मोदी सरकार को भी करारा झटका दे देेंगे। तकरीबन एक माह से सीएम की Body Language पूरी तरह से बदली हुई है। प्रदेश की जनता सीएम में कुछ खास बदलाव महसूस कर रही है :
1. मुख्यमंत्री जनता के बीच पहुंच कर काफी नरम रवैया अपना रहे हैं। कोशिश होती है, हरेक से मुलाकात हो जाए, चाहे आधी रात को क्यों न जगना पड़े।
2. तकरीबन एक माह से सीएम की भावुकता भरी तस्वीरें आ रही हैं। सीएम की सोशल मीडिया टीम भी सक्रिय है। मटौर रैली में उमड़े जनसैलाब को ड्रोन कैमरे से कैद करने के बाद सीएम के फेसबुक पेज पर अपलोड किया गया
3. विपक्ष पर तीखे हमले भी सीएम शुरू कर चुके हैं। यहां तक की व्यक्तिगत टिप्पणी करने से भी कोई संकोच नहीं कर रहे। पांवटा साहिब की रैली के बाद सीएम ताबड़तोड़ हमले के मॉड में हैं। यहां सीएम ने घूंसा चलाने की बात भी कही थी।
4. कांगड़ा ऐसा जिला है, जो प्रदेश की राजनीति की दिशा तय करता है। इस जिला में घोषणाओं की झड़ी लगी हुई है। धर्मशाला को दूसरी राजधानी घोषित कर कांगडावासियों को रिझाना ही सबसे बड़ा मकसद था। कांगड़ा में ही दूसरा प्रवास चल रहा है।
5. तकरीबन हरेक जिला का प्रवास एक-एक बार निपटा चुके हैं। यहां तक की कुछ जिलों में हरेक निर्वाचन क्षेत्र भी कवर कर लिए हैं।
6. घोषणाओं को लेकर काफी संजीदगी दिखा रहे हैं। गौर किया जाए तो हर दिन प्रदेश में कोई तहसील बन रही है तो कोई उप तहसील या फिर कॉलेज इत्यादि खुल रहे हैं। चुनावी आचार संहिता से पहले विकास कार्यो को भी मुकम्मल करने का लक्ष्य दिख रहा है, ताकि समय पर उदघाटन भी कर लिए जाएं।
7. अमूमन विधानसभा चुनाव के चंद महीने पहले सरकार सक्रिय होने की कोशिश करती है, लेकिन इस बार सवा साल पहले ही सक्रियता शुरू हो गई। इस वक्त मुख्यमंत्री सुपर एक्टिव मॉड में हैं। मकसद मिशन-रिपीट ही होगा।
8. सीएम की दरियादिली खुलकर सामने आने लगी हैं। बच्चें हो चाहे बुजुर्ग, हरेक का दिल जीतने की कोशिश कर रहे हैं। सुंदरनगर में विशेष बच्चों के साथ भावुकता की तस्वीरें जमकर वायरल हुई थी।
9. अफसरशाही पर जनहित के कार्यों को जल्द से जल्द निपटाने का दबाव भी बना रहे हैं। शनिवार को कांगड़ा प्रवास के दौरान सीएम ने कार्यों को लेकर अधिकारियों को फटकार भी लगाई।
10. ऐसी भी खबरें आ रही हैं, 2017 के विधानसभा चुनाव की ब्रिगेड समय पर तय कर ली जाएगी, ताकि उम्मीदवारों को सही तरीके से चुनाव लडऩे का मौका मिल सके।