सोलन (एमबीएम न्यूज): हर किसी को याद होगा, कैसे एक शख्स द्वारा चार मासूम नाबालिग बच्चियों को हैवानियत का शिकार बनाया जा रहा था। शायद, अब तक आपको नहीं पता होगा, कैसे इस मामले का खुलासा हुआ। चलिए बताते हैं।
तीन सगी बहनों समेत चार नाबालिग बच्चियों के साथ घर पर ही हैवानियत का खेल खेला जा रहा था। इससे बच्चियां इतनी सहमी हुई थी कि कभी भी इस बात का जिक्र अपने माता-पिता तक से नहीं कर पाई। हाल ही में पीडि़त एक बच्ची ने अपनी प्रताडऩा का जिक्र कक्षा में अपनी एक सहपाठी से कर दिया। उस बच्ची ने भी समझदारी दिखाते हुए इसे फौरन अपनी टीचर को बताया। मामला टीचर से तीन बहनों के पिता तक पहुंचा। पिता भी यह बात सुनकर सन्न रह गए, जिन्होंने फौरन ही पुलिस को इसकी इत्तला दी।
इन सनसनीखेज आरोपों से पुलिस भी चौक उठी। चंद घंटों में ही 35 साल के कुलदीप उर्फ गोलू को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस रिमांड के बाद रविवार को आरोपी कुलदीप को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसी बीच पुलिस ने पीडि़ताओं के बयान 164 के तहत भी दर्ज करवा लिए हैं। इसमें भी पीडि़ताओं ने अपनी प्रताडऩा की बात जज के सामने दर्ज करवाई। पुलिस भी इस मामले की जांच जल्द से जल्द पूरी कर समयबद्ध तरीके से कोर्ट में चालान दाखिल करना चाहती है।
पूरे प्रदेश में संभवत: अपनी तरह का यह पहला मामला है, जब एक साथ चार नाबालिग बच्चियां दुराचार का शिकार हुई हैं। उधर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनमोहन सिंह ने माना कि बच्ची ने सबसे पहले अपने साथ ही प्रताडऩा का जिक्र अपनी सहपाठी से किया था। दीगर है कि इस वारदात में सबसे बड़ी 14 साल की बच्ची से लंबे समय से दुराचार किया जा रहा था।
हैवानियत की सीमा उस वक्त लांघ दी गई, जब आरोपी ने 9 साल की बच्ची को भी डरा-धमका कर अपनी हवस का शिकार बनाया। लोगों में आरोपी के खिलाफ खासा गुस्सा है।