शिमला (एमबीएम न्यूज): चार वर्षीय मासूम युग को दर्दनाक तरीके से मौत के घाट उतारा गया था। इस वारदात को अंजाम देने वाले शैतानों ने हैवानियत की सारी हदें पूरी कर दी थीं। यह सारा खूनी खेल केवल मात्र फिरौती के लिए रचा गया था। जब आरोपियों को लगा कि उन्हें फिरौती नहीं मिलेगी तथा वे पुलिस के शिकंजे में फंस सकते हैं, तो उन्होंने मासूम युग को मार कर इस सारे खेल की परतें मिटाने की कोशिश की।
युग हत्या के आरोपियोंं को ले जाती पुलिस, इनसैट में युग की फोटो।इस मामले में पुलिस की गिरफ्त में आए तीन आरोपी चंद्र, तेजेंद्र और विक्रांत को आज स्थानीय अदालत ने पांच दिन के रिमांड पर भेज दिया है। रिमांड के दौरान वे इस युग मामले में कई अहम राज उगल सकते हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह सारा खेल रचने वाला मास्टर माइंड चंद्र था, जो कि मृतक बालक युग के कारोबारी पिता विनोद का पड़ोसी था। 27 वर्षीय चंद्र खूनी मौत के षडयंत्र का रचयिता था तथा उसके दोस्तों तेजेंद्र और विक्रांत ने इस पूरे मामले में उसका साथ दिया। इन्होंने 14 जून को राम बाजार में निवास के निकट खेल रहे युग का अपहरण किया और उसे शिमला में ही संजौली के पास एक भवन में रखा गया था।
यह भी सामने आया है कि इस भवन का एक दिन का किराया भारी भरकम था तथा आरोपियों ने यहां करीब सात दिन युग को रखा। इसके बाद युग को मौत के घाट उतारकर भराडी के केलस्टन स्थित एक बड़े वाटर टैंक में डाल दिया गया, ताकि कोई सबूत पुलिस के हाथ न लग सके। इसके बाद आरोपी खुलेआम शिमला में ही घूमते रहे और युग के परिजनों के साथ भी संवेदना जताते रहे।
भराड़ी टैंक की इसी साल नगर निगम ने दो बार सफाई भी कराई, जिसमें हडडियों का अंदेशा हुआ था, लेकिन कर्मचारियों ने समझा कि यह बंदर इत्यादि की हडिड्यां हैं, लिहाजा इस पर अधिक गौर नहीं किया। हाल ही में पुलिस के हत्थे चढ़े उपरोक्त तीन आरोपियों से जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तो एक आरोपी ने सारा राज उगल दिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने घटनास्थल पर मृतक युग का कंकाल बरामद किया है। इसे फोरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है।
मामले की जांच कर रहे डीएसपी बीएस ब्राक्टा ने कहा कि तीनों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
उधर सीआईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि युग के अपहरण और मौत के सिलसिले में गिरफ्तार तीनों आरोपियों को अदालत ने पांच दिन के रिमांड पर भेजा है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में जल्द कई खुलासे किए जाएंगे।