शिमला (एमबीएम न्यूज) : पुलिस को नशे कारोबारी से रिमांड के दौरान सटीक पूछताछ से बडा खुलासा हुआ है। नशे के कारोबार में पकडे गए वीरेंद्र कुमार उर्फ रवि निवासी अनोई (ज्वाली) जिला कांगडा ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने 2012 में अपने एक रिश्तेदार की हत्या की थी। जिसके बाद वह फरार हो गया था। ज्वाली थाना में उसके खिलाफ एफआईआर संख्या 262/12 दर्ज है।
सदर पुलिस ने वीरेंद्र को नशीले कैप्सूल, चरस व चूरा पोस्त के साथ बरामद किया था। हत्या को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए अपना नाम बदलकर सुनील उर्फ सोनू रखा हुआ था। पुलिस ने वीरेंद्र की गिरफ्तारी की सूचना ज्वाली पुलिस को भी दे दी है। फिलहाल स्पष्ट नहीं है लेकिन बताया जा रहा है कि हत्या को अंजाम देने के बाद वीरेंद्र पहली बार नशे के कारोबार को लेकर पुलिस के हत्थे चढ़ा।
इसी दौरान उसने चार साल पहले किए गए संगीन अपराध को भी कबूल कर लिया। नशे के साथ-साथ हत्या की गुत्थी सुलझाने पर शिमला पुलिस को दाद देनी पडेगी। पूछताछ के दौरान अगर ढील बरती जाती तो शायद चार साल पुरानी हत्या के मामले से पर्दा न उठता।
उधर एसपी डीडब्लयू नेगी ने पुष्टि करते हुए कहा कि ज्वाली पुलिस को इंत्तलाह दे दी गई है। उन्होंने बताया कि नशे के कारोबार में पकडे गए युवक को हत्या के मामले में पीओ घोषित किया गया था।