नालागढ़ (एमबीएम न्यूज): दो होटलों में बड़े स्तर पर जिस्मफिरोशी के धंधे की पुलिस परतें उधेडऩे में जुट चुकी है। गिरोह के तार समूचे उत्तर भारत से जुड़े होने की बात सामने आ रही है। साथ ही यह भी पता चला है कि क्षेत्र में गिरोह का यह पहला प्रयास था। प्रारंभिक पूछताछ में दो होटल प्रबंधकों जीत राम व अनुज सिंह की संलिप्तता साबित हुई है। लिहाजा बीती रात प्रबंधकों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह भी खुलासा हो चुका है कि जिस्मफिरोशी के इस धंधे में होटल मालिकों की कोई भूमिका नहीं है, क्योंकि होटल लीज पर दिए गए थे। रेस्क्यू की गई लड़कियों की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच थी, जो देश के अलग-अलग राज्यों से ताल्लुक रखती थी। फिलहाल पुलिस ने रेस्क्यू की गई लड़कियों को अपने स्तर पर ही प्रोटेक्शन दी है, क्योंकि उनकी सही शिनाख्त मिलना शेष है। यह भी बताया जा रहा है कि गिरफ्त में आया गिरोह उत्तर भारत के कई राज्यों में लड़कियों को सप्लाई करने का कार्य कर रहा था।
पुलिस को इस गिरोह के यहां सक्रिय होने की खुफिया जानकारी मिली थी। यह भी बताया जा रहा है कि ग्राहकों से मिलने वाली राशि को तीन हिस्सों में बांटा जाता था। पहला हिस्सा लडक़ी को मिलता था, दूसरे में दलाल की हिस्सेदारी तय होती थी। तीसरा हिस्सा होटल के प्रबंधक को दिया जाता था, जो ग्राहक मिलने पर लड़कियां सप्लाई करने की डील करवाता था। सूत्र बताते हैं रात भर पुलिस इस संगीन मामले की जांच में जुटी रही।
इस मामले की जांच भी काफी जटिल हो सकती है। करीब आधा दर्जन राज्यों से लड़कियों व दलालों की वैरीफिकेशन करनी पड़ेगी। साथ ही इस गिरोह की जड़ तक पहुंचना भी टेढ़ी खीर साबित हो सकता है। उधर डीएसपी साहिल अरोड़ा ने कहा कि प्रारंभिक छानबीन में होटल मालिकों की कोई भी भूमिका जाहिर नहीं हुई है, क्योंकि उनके स्तर पर होटल लीज पर दिए गए थे।
डीएसपी के मुताबिक प्रबंधकों को गिरफ्तार कर लिया गया है, क्योंकि प्रारंभिक छानबीन में यह पता चला है कि प्रबंधक भी इस कारोबार से जुड़े हुए थे।