सोलन (एमबीएम न्यूज): कंडाघाट के रूढ़ा गांव में करोड़ों रूपए से निर्मित किए जा रहे श्रीराम लोक मंदिर के सूत्रधार बाबा अमरदेव के दरबार में नेता व अफसरशाही भी हाजरी भरती थी। यहां तक कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने मंदिर में स्थापित मूर्तियों का अनावरण भी किया था। इसके अलावा हिमाचल के कई बड़े दिग्गज नेता व अफसरशाही समय-समय पर बाबा की शरण में हाजरी भरने आते रहे हैं। यही नहीं हिमाचल सरकार के कई उच्चाधिकारियों भी बाबा के परम भक्त हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि बाबा महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें भी करता है, जिसकी ग्रामीणों ने बाकायदा वीडियो क्लीपिंग भी तैयार की। सूत्रों के मुताबिक इस वीडियो क्लीपिंग की सूचना के बाद सीआईडी वीरवार को कंडाघाट के रूढ़ा स्थित श्रीरामलोक मंदिर में पहुंची थी। संभवत: इसी वीडियो क्लीपिंग के जरिये यहां पहुंची सीआईडी टीम के सामने बाबा का एक ओर चेहरा सामने आया और टीम ने तेंदुए की खालें बरामद की।
दूसरी तरफ सवाल यह उठ रहा है कि ऐसा बाबा अमरदेव में क्या था कि उनके दरबार में राजनीतिक व अफसरशाही नतमस्तक होती आ रही थी। सवाल इस बात पर भी उठ रहे हैं कि मिनी अयोध्या के नाम पर तैयार हो रहे श्रीराम लोक मंदिर के निर्माण के लिए करोड़ों रूपए का फंड कहां से आ रहा था? मंदिर निर्माण के अलावा बाबा कई विवादों से घिरे रहे हैं। पिछले लंबे अरसे से साधोपुल के निकट रूढ़ा गांव में बाबा अमरदेव द्वारा मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। मंदिर के निर्माण पर करोड़ों रूपए की राशि खर्च की जा रही है। चूंकि यहां नेता व अफसरशाही नतमस्तक होती रही है, यही कारण माना जा रहा है कि बाबा बिना किसी खौफ के यहां अवैध तरीके से मंदिर निर्माण करवा रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों ने भी बाबा की कार्यप्रणाली को लेकर रोष व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि मंदिर निर्माण के लिए केवल चार बिस्वा जमीन दान की गई थी, लेकिन बाबा ने अपनी पहुंच का फायदा उठाकर कई बीघा जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया। उधर मंदिर में करीब 90 तलवारें भी सजाई गई थी। ग्रामीण का कहना है कि बाबा की हरकतें शुरू से ही संदिग्ध रही है।
मोबाइल पर हनुमान जी से बातें कर लोगों ठग रहा था बाबा
इस पूरी कहानी में हैरानी की बात तो यह है कि गिरफ्तार बाबा अमरदेव कई सालों तक साधोपुल के निकट डुन्नू मंदिर में बाबा परमात्मा राम के बर्तनों को धोया करता था, लेकिन बाबा परमात्मा राम की अचानक मौत के बाद वह खुद को सिद्ध बाबा बताकर लोगों का ठगता आ रहा था। यही नहीं, बल्कि मंदिर निर्माण के लिए करोड़ों रुपए बाबा के झांसे में आकर लोग दान देते रहे। एक बर्तन धोने वाला भगवान का अवतार बनकर लोगों को ऐंठता रहा।
बाबा द्वारा ठगे गए गई लोगों ने इस बात का भी खुलासा किया है कि जब वह अपनी परेशानी को लेकर उनके पास जाते थे तो वह आंख बंद करके मोबाइल मिला देते थे और यह दर्शाते थे कि उनकी बात सीधी हनुमान भगवान से हो रही है। हास्यास्पद बात तो यह है कि जब वह बोतले थे कि हनुमान जी क्या इस व्यक्ति की मौत केवल दो वर्षों में ही हो जाएगी। इसे सुनते ही बाबा की शरण में बैठा व्यक्ति भी घबरा जाता था, लेकिन जब व्यक्ति बाबा से इसका उपाय पूछते थे तो बाबा फिर मोबाइल फोन से हनुमान जी से बात करते थे। साथ ही आयु बढ़ाने के लिए हनुमान से अनुमति लेते थे और इसकी कितनी दक्षिणा देनी होगी के बारे में बताते थे।
बाबा किसी की उम्र को बढ़ाने के लिए 40 हजार, तो किसी से 70 हजार की राशि ऐंठ लेता था। साथ ही उन्हें विश्वास दिलाया जाता था कि उनकी उम्र अवश्य बढ़ जाएगी। कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं था जोकि बाबा के दरबार से ठगा न गया हो। हिमाचल प्रदेश के गुप्तचर विभाग ने बाबा के हनुमान से संपर्क करने वाले मोबाइल सिम को ही बदल डाला। अब बाबा का असली चेहरा धीर-धीरे बेेनकाब हो रहा है।