नाहन/नेहा ठाकुर : कौलावालाभूड से नाहन आ रही हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के चालक यशपाल की ड्राइविंग के दौरान तीव्रता से फैसला लेने की काबलियत ने शनिवार शाम एक बड़े हादसे को टाल दिया। दरअसल, जब बस सुरला-जामली के बीच डुुंगाघाट पहुंची तो ड्राइवर ने पहाड़ की तरफ से हल्की मिटटी को गिरते देखा। एक सैकेंड गंवाए बगैर ही चालक यशपाल ने बैक गियर (back Gear) डाल दिया। बस करीब 15 फीट ही बैक हुई होगी कि सामने से विशालकाय (Giant) छैल का वृक्ष (Tree) जड़ सहित उखड़कर सड़क के बीचोंबीच खाई की तरफ पहुंच गया।
हादसा शाम 4 बजे के आसपास का बताया गया है। ये बस 3 बजे कौलावालांभूड़ से रवाना हुई थी। चूंकि ये एक संपर्क मार्ग है, लिहाजा सड़क की चौड़ाई भी केवल गुजारे लायक ही है। अगर चालक द्वारा बैक गियर में भी हड़बड़ाहट की जाती तो बस नीचे की तरफ भी लुढ़क सकती थी। इससे भी यात्रियों को चोटें आने की आशंका रहती। परिचालक सुरेश कुमार ने फोन पर एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत करते हुए कहा कि वो उस समय टिकट काटने में व्यस्त थे।
सामने पेड़ को गिरता देख, जब एक महिला यात्री की चीख निकली तो ध्यान उस तरफ गया। मगर इससे पहले ही चालक द्वारा बैक गियर लगाया जा चुका था। रविवार को रक्षाबंधन का त्यौहार होने की वजह से भी बस में सवारियों (passengers) की संख्या अधिक थी। उधर, बस के चालक यशपाल ने फोन पर एमबीएम न्यूज से बातचीत में कहा कि वो ड्राइविंग के दौरान भूस्खलन (Landslide) की आशंका के चलते अतिरिक्त सावधानी (Extra Precautions) बरतते हैं। डुंगाघाट के नजदीक जब हल्की सी मिट्टी को सामने गिरते हुए देखा तो आगे निकलने की कोशिश की बजाय बैक गीयर डाल दिया। एक सवाल के जवाब में चालक ने कहा कि अगर वो आगे निकलने की कोशिश करते तो बड़ा हादसा हो सकता था।
इसी बीच अड्डा प्रभारी सुखराम ठाकुर ने कहा कि मौके पर फंसी सवारियों को लाने के लिए दूसरी बस को रवाना कर दिया गया है। कुल मिलाकर इस हादसे से एक बड़ा सबक उन लोगों के लिए है, जो अक्सर ही वाहन चलाते समय हड़बड़ाहट (flurry) या जल्दबाजी (haste) करते हैं। जल्दबाजी में आगे निकलने की कोशिश न कर चालक ने कई अनमोल जिंदगियों को बचा कर अपनी सूझबूझ (prudence) का परिचय दिया है। बता दें कि इससे पहले पांवटा साहिब-शिलाई मार्ग पर बस के भीतर मौजूद परिचालक ने भी सावधानी बरती थी। इस कारण बस एक विशाल पेड़ से बच गई थी।