नाहन (शैलेंद्र कालरा): क्या आप जानते हैं कि महाबली द ग्रेट खली की सारथी कौन है। यदि नहीं, तो चलिए बताते हैं कि खली की सारथी रेसलर बेबी बुलबुल हैं, जो खली की जालंधर अकादमी में रेसलिंग के नुस्खे सीखने के साथ-साथ एक कुशल पायलट भी हैं। साथ ही जरूरत पडऩे पर भीड़ को काबू करने की महारत भी रखती हैं। इसके लिए रेसलर व पायलट का किरदार छोडक़र बाउंसर भी बनती हैं। मूलत: हरियाणा से संबंधित बुलबुल ही खली की गाड़ी को ड्राइव कर आज नाहन पहुंची थी।
इससे पहले खली के गांव नैनीधार के अलावा लंबी दूरी की कई ड्राइविंग कर चुकी हैं। 24 व 28 फरवरी को बेबी बुलबुल भी उत्तराखंड के हल्द्वानी व देहरादून में आयोजित हो रहे शोज के रिंग में उतर कर अपनी ताकत का लोहा मनवाएंगी। आवश्यकता पडऩे पर बेबी बुलबुल खली की बाउंसर भी बन जाती हैं। बीती देर रात बेबी बुलबुल ही खली की पायलट थी, जो घने कोहरे के बीच खली को सुरक्षित लेकर नाहन पहुंची। सनद रहे खली को आज जिला स्तरीय मतदान दिवस में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करना था।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में बेबी बुलबुल ने कहा कि रेसलिंग उनका पैशन है। जब वह खली सर की शिष्य बनी तो उन्हें अपने कैरियर की एक नई उम्मीद मिली। उन्होंने माना कि पायलट होने के साथ-साथ कई बार बाउंसर का किरदार भी निभाना पड़ता है, क्योंकि भीड़ कई बार बेकाबू हो जाती है। बता दें कि बेबी बुलबुल के दिवंगत पिता भी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रहे हैं ओर अर्जुन पुरस्कार से नवाजे गए थे।