शिमला (शैलेंद्र कालरा): हिमाचल की ब्रांड एंबेस्डर बनने के लिए क्वीन कंगना ने अपनी भावनात्मक सहमति दे दी है। लिहाजा अब गेंद हिमाचल पर्यटन विकास बोर्ड के पाले में आ गई है। प्रक्रिया इस कारण भी जटिल है क्योंकि इसके लिए मजबूत आधार का प्लान बनाना होगा। कंगना को ब्रांड एंबेस्डर बनाने की स्वीकृति बोर्ड के बीओडी (निदेशक मंडल) ने दी थी। इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने की थी।
अब बोर्ड को प्लान के मकसद से भी मामला मुख्यमंत्री के समक्ष ले जाना पड़ सकता है क्योंकि क्वीन को शूट करने के लिए प्रोफैशनल प्रोडक्शन हाऊस के साथ-साथ कई अन्य व्यवस्थाएं भी करनी पडेंगी। इस मकसद से भारी भरकम राशि भी खर्च करनी पड़ सकती है। शुक्रवार को बोर्ड के उपाध्यक्ष मेजर सिंह मनकोटिया ने कहा था कि कंगना इच्छुक नहीं है, लेकिन उस वक्त तमाम बातों का जवाब मिल गया, जब कंगना ने कहा कि वह तैयार है।
मेजर विजय सिंह मनकोटियामौजूदा विधानसभा सत्र के पूरा होने के बाद इस मामले को सरकार के समक्ष ले जाने की कोशिश बोर्ड कर सकता है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से इस पूरे मामले पर बातचीत में राज्य पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने कहा कि कंगना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन किया है। उनका कद काफी ऊंचा है। लिहाजा प्लान भी उनके कद के हिसाब से बनाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा का सत्र पूरा होने के बाद प्लान बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
क्या होना चाहिए प्लान में?
कंगना एक नामी अभिनेत्री है। अगर उन्हें ब्रांड एंबेस्डर के तौर पर शूट किया जाना है, तो इसके लिए सबसे पहले प्रोडक्शन हाऊस तय होना चाहिए। इसके अलावा शूट कहां-कहां होगा, इसमें कितना वक्त लगेगा, सरकार किस तरह से विज्ञापन जारी करेगी। इसके अलावा शूट का ओर क्या स्वरूप रहेगा, यह चंद बातें हैं जो एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का कलाकार पहले ही जानना चाहेगा। शूट को किस समय किया जाएगा, यह भी अहम है क्योंकि फिल्मों की शूटिंग के व्यस्त शैडयूल में से इसके लिए अतिरिक्त समय निकालना होगा।