बद्दी : क्या आपने सुना है, एटीएम से राशि निकल जाए और आपके खाते से डेबिट भी न हो। शातिर एक से एक तरीके अपनाकर पुलिस को भी हैरान कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि लुधियाना का जॉनी गोयल एक ऐसा शातिर है, जो अपने ही एटीएम का इस्तेमाल कर अपने ही खाते से राशि निकाल लेता है, लेकिन उसके खाते से राशि नहीं कटती।
प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि एटीएम इस बात को नहीं भांप पाता कि राशि निकल चुकी है। यही कारण है कि मशीन बैंक खाते को राशि काटने का संदेश नहीं भेज पाती। हालांकि, हत्थे चढ़े आरोपी से पूछताछ के बाद ही असल मॉडस ऑफ ऑपरेंडी सामने आएगी, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक उंगलियों के इस्तेमाल से शातिर इस अपराध को अंजाम देता था।
दरअसल हुआ यूं कि बैंक के एटीएम से राशि कम हो रही थी, लेकिन खातों से इसकी मैचिंग नहीं हो रही थी। बैंक के हाथ-पांव फूले तो आईपीसी 420 के तहत मामला दर्ज करवाया गया। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो शातिर की लोकेशन पंजाब के लुधियाना में मिली। शातिर को गिरफ्तार करने के लिए पंजाब पुलिस की भी मदद ली गई। घर पर जब दबिश दी गई तो उसे सरेंडर करने को कहा गया, लेकिन वो तैयार नहीं हो रहा था। इसके बाद पुलिस ने दीवारों पर चढ़कर घर के अंदर प्रवेश किया। शातिर को भागने का मौका नहीं मिला।
उल्लेखनीय है कि अगस्त 2017 में भी पंजाब पुलिस ने जॉनी गोयल को गिरफ्तार किया था। उस दौरान उसके कब्जे से 18 अलग-अलग बैंकों के 641 डेबिट कार्ड, 146 चैकबुक्स व 117 पास बुक्स के अलावा 3 लाख की नकदी बरामद की थी। यही नहीं, एक रिवॉल्वर, तीन कारें व 8 मोबाइल फोन भी कब्जे में लिए गए थे। हालांकि पुलिस अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंची है, लेकिन माना जा सकता है कि एटीएम फ्रॉड के हर तरीके को अपनाकर वो अब तक अलग-अलग जगहों पर एक से दो करोड़ रुपए ऐंठ चुका होगा।
बद्दी के एसपी रोहित मालपानी ने पुष्टि करते हुए कहा कि एटीएम से फ्रॉड करने वाले शातिर को लुधियाना से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि रिमांड पर लेकर उससे हरेक उस तरीके का पता लगाया जाएगा, जिसे वो इस्तेमाल करता था।