ज्वाली : कांगड़ा जनपद के ज्वाली उपमंडल के पपाहन गांव में पशु चिकित्सकों ने एक अनोखी सर्जरी कर 10 लीटर दूध देने वाली भैंस को बचाने में सफलता हासिल की है। हर कोई उस समय दंग रह गया, जब ऑपरेशन के दौरान भैंस के गर्भाशय से जुड़वा कटडे़ निकाले गए। गर्भ में ही दो कटड़ों ने एक ही रूप ले लिया था। इस कारण भैंस का प्रसव संभव नहीं हो रहा था। सर्जरी के बाद एक ही स्वरूप में कटड़े के दो मुंह व 8 टांगों के अलावा दो पूंछे थी।
विशेषज्ञों की मानें तो जन्म से ही दोनों कटडों के अंग गर्भाशय से चिपके हुए थे। इस कारण भैंस कटड़ों को जन्म नहीं दे पा रही थी। 5 घंटे चली सर्जरी सफल रही। हालांकि प्रसव के बाद कटड़ों की मौत हो गई। गांव के प्रीतम चंद पुत्र बेली राम ने चिकित्सकों को भैंस की स्थिति के बारे में अवगत करवाया था।
इसके बाद ऊना के सहायक निदेशक उपेंद्र कुमार, डॉ. संजीव शर्मा, पशु चिकित्सा अधिकारी मानव गुलेरिया, डॉ. अजय मेहरा, कुलविन्द्र सिंह, धीरज कुमार व अन्य सदस्यों की टीम ने सर्जरी करने का फैसला लिया था। उपनिदेशक का कहना था कि लाखों में एक मामला ऐसा पाया जाता है। भैंस मालिक प्रीतम सिंह ने टीम का सफल ऑपरेषन पर आभार प्रकट किया है।
https://youtu.be/5y_e2PmB_7g