शिमला : चंडीगढ़-मनाली हाईवे की हालत चौथे दिन भी नहीं सुधरी है। हालांकि प्रशासन ने अब यह दावा किया है कि ट्रैफिक केवल इसलिए रोका गया है, ताकि अगले तीन-चार घंटों के भीतर हाईवे को क्लीयर कर लिया जाए। इसी बीच हाईवे पर फंसे लोगों की तस्वीरें सामने आई हैं। एमबीएम न्यूज नेटवर्क के प्रतिनिधि को पैदल ही फंसे लोगों तक पहुंचना पड़ा।
हालात ऐसे हैं कि स्वारघाट इलाके में हाईवे का एक लगभग 3 से 5 किलोमीटर का टुकड़ा ऐसा है, जहां पर जबरदस्त भूस्खलन हुआ है। प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए रोजाना मॉकड्रिल करने वाली सरकार के सामने कोई भी तरीका ऐसा निकलता नजर नहीं आया, जिससे हाईवे पर फंसे लोगों तक राहत पहुंचाई जा सके। आसपास के इलाके के ग्रामीणों का शुक्रिया करना होगा, जिन्होंने फंसे लोगों तक इम्दाद पहुंचाने की कोशिश की।
सवाल इस बात पर उठता है कि केलांग में सरकार के मंत्री जी फंस गए थे तो उनको एयरलिफ्ट करने की विशेष व्यवस्था की गई। अब तक इस हाईवे पर फंसे लोगों की मदद के लिए हवाई मदद मुहैया करवाने का प्रयास नहीं हुआ। बुधवार सुबह प्रशासन ने दावा किया कि जल्द ही हाईवे को बहाल कर लिया जाएगा। कुछ समय बाद 100-100 वाहनों को छोड़ा जाएगा। प्रशासन का यह भी दावा है कि शाम तक हाईवे को पूरी तरह से बहाल कर लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि करीब 41 घंटे तक ट्रैफिक ठप हो जाने की वजह से एक गरीब ने अपनी अढ़ाई महीने की बेटी को तड़पते-तड़पते अपने ही हाथों में खो दिया था। गरीब परिवार को स्थानीय लोगों ने घर जाने के लिए 3500 रुपए एकत्रित कर मुहैया करवाए थे।