शिमला : मानसून की सक्रियता से हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। पिछले तीन दिनों में राज्य में खूब बरसात हुई है। इस कारण कई स्थानों पर भूस्खलन से अनेक सड़कों पर यातायात ठप्प पड़ गया है। गुरूवार को राज्य की 271 सड़कें भूस्खलन की वजह से बाधित रहीं। अहम बात यह है कि इन सड़कों को खोलने में लोकनिर्माण विभाग को काफी समय लगेगा।
मौसम विभाग ने एक बार फिर राज्य में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई है। विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि आगामी 3 व 4 अगस्त को राज्य में मानूसन की भारी बारिश होगी। इस दौरान राज्य के मैदानी तथा मध्यम उंचाई वाले क्षेत्रों में व्यापक बारिश का अनुमान है और इसे लेकर यलो अलर्ट जारी कर दिया गया है। हमीरपुर, बिलापुर, उना, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, शिमला और सोलन जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान से राज्य में अवरूद्व सड़कों को खोलने में विलंब हो सकता है। राज्य की 271 सड़कों पर गुरूवार को यातायात बाधित रहा। लोक निर्माण विभाग के मुताबिक मंडी जोन में 109 सड़कें बंद हैं। इनमें मंडी सर्कल की 88, कुल्लू की 13 और जोगेंदनगर की 8 सड़कें शामिल हैं। इसी तरह कांगड़ा जोन में 87 सड़कें अवरूद्व रहीं।
अकेले पालमपुर सर्कल की 68 सड़कें हैं। डल्हौजी में 17 और नूरपुर में 2 सड़कें भी बाधित हैं। हमीरपुर जोन में 42 तथा शिमला जोन में 32 सड़कें भी भूस्खलन से बंद हैं। शिमला डिविजन का एक नेशनल हाईवे भी भूस्खलन से बाधित रहा।