शिमला : हिमाचल प्रदेश में मानसून की सक्रियता से बारिश का दौर फिर शुरू हो गया है। मंगलवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में दिन भर बारिश होती रही। कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश भी हुई। राजधानी शिमला व आसपास के इलाकों में बारिश का सिलसिला सुबह से देर शाम तक जारी रहा। बारिश के कारण अनेक जगह हो रहे भूस्खलन ने प्रदेश की रफतार को रोक दिया है। भूस्खलन से तीन नेशनल हाईवे समेत 184 सड़कें बंद पड़ गई हैं।
बरसात के कारण अकेले मंडी जोन में 133 सड़कें बंद हैं। मंडी सर्कल में 118, कुल्लू सर्कल में 8 और जोगेंद्रनगर में 7 सर्कल सड़कें बंद। कांगड़ा जोन में 28 सड़कें भूस्खलन से बंद हैं। पालमपुर में 27 और नूरपुर में एक सड़क अवरूद्व है। शिमला जोन की 19 सड़कें बंद हैं। एनएच शाहपुर जोन में 3 नेशनल हाईवे बंद पड़े हैं। भूस्खलन से लोनिवि अब तक 9,747 लाख की क्षति हुई है। लोक निर्माण विभाग बंद सड़कें खोलने के प्रयास कर रहा है।
विभाग के अनुसार राज्य में सड़कें बहाल करने के लिए पर्याप्त मशीनरी और मजदूर लगाए गए हैं। 186 जेसीबी, टिप्पर और डोजर की मदद से सड़कें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि मंडी जिला के जोगेंद्रनगर में सर्वाधिक 64 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा गोहर में 56, ऊना में 37, घुमारवीं में 21, मंडी में 17, सराहन में 13, सुजारपुर टीहरा व सुंदरनगर में 12 मिमी बारिश हुई।
मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सुजानपुर टीहरा में 37, अंब में 29, बंगाणा में 24, सराहन में 16, फागू में 13 और शिमला में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई। उन्होंने अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के मैदानी व मध्यवर्ती इलाकों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।